रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी

ईओडब्ल्यू वाराणासी ने जैतपुर से आरोपी को किया गिरफ्तार

(अमित दुबे-8818814739)
शहडोल। रेलवे के ग्रुप सी एवं गु्रप डी के पदों पर भर्ती करने के नाम पर सीधे सादे लगभग 30 छात्रों से लगभग 15 लाख रूपये ठगी कर फरार होने वाला मास्टर माइन्ड जैतपुर थाना और बुढ़ार थाना सीमा पर स्थित ग्राम बरतर के पास से कल 18 सितम्बर को सायंकाल आफिस अपराध अनुसंधान संगठन ईओडब्लयू वाराणासी उ.प्र. के इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा एवं जैतुपर टीआई के.आर. सिलाले की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता प्राप्त किया गया।
वर्ष 2008-09 में अभियुक्त रमाशंकर मिश्र ने अन्ना मलई विश्व विद्यालय जनपद चिदम्बरम चेन्नई में अध्ययनरत छात्रों को बरगलाकर रेलवे में स्पोटर्स कोटे से ग्रुप सी एवं डी की नौकरी दिलवाने के लिए प्रति कैडेट 6 लाख रूपये तय करके प्राप्त किया। लगभग 30 छात्र जो इलाहाबाद, वाराणासी, गाजीपुर, जौनपुर, देवरिया (उ.प्र.) तथा बिहार के बक्सर, वैशाली सहित कई लड़के शामिल थे, अभियुक्त रमाशंकर मिश्र इन लड़कों को फर्जी नियुक्ति पत्र इन्टरव्यू पत्र भी उपलब्ध करता था, लगभग 03 वर्ष बाद 2010-11 में जब नौकरी नहीं लगी तो संदेह होने पर छात्रों ने अपने-अपने पैसे मांगे, पैसे को लेकर विवाद चला, अपनेविपरीत माहौल पाकर अभियुक्त रमाशंकर मिश्र ने अपनी पहुंच के बल पर थाना शिवपुर जिला वाराणासी में 24 मार्च 2011 को 25 लोगों की नामजद अभियोग 417, 420, 467, 468, 342, 392, 120 बी भादवि पंजीकृत करा दिया। जांच कर रही पुलिस द्वारा नामजद 17 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया तथा केस लोगों की नाम सक्कूनत का पता नही चल सका। बाद में अभियुक्त रमाशंकर मिश्र की चतुराई सामने आई और 25 अगस्त 2012 को प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उत्तरप्रदेश शासन द्वारा इसकी जांच/विवेचना अर्थिक अपराध अनुसंधान किया गया। ईओडब्ल्यू की जांच में यह पाया गया कि अभियुक्त रमाशंकर मिश्र द्वारा अपने तीन चार साथियों का संगठित गैंग बनाकर अपने तथा अपने साथियों के विभिन्न बैकों के खातों में एक बड़ी धनाराशि इक_ा किया गया है। मौखिक एवं अभिलेखीय साक्ष्यों से अभियुक्त रमाशंकर मिश्र के पुलिस को गलत सूचना देकर अपने बचाव में मुकदमा लिखवाया गया था, ईओडब्ल्यू के द्वारा सभी बैंक खातों के ट्रांजेक्शन को बंद कर दिया गया। इसी बीच अभियुक्त वर्ष 2012 से अपना लोकेशन बदल बदलकर रहने लगा, गैंग के अन्य सदस्य भी आपस में संपर्क तोड़कर अलग-अलग अज्ञात स्थानों पर छिप गये। कल सायंकाल एकत्रित इनपुट के आधार पर अभियुक्त रमाशंकर मिश्रा कांस्टेबल, जैतपुर टीआई की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार हुआ।
फरार अभियुक्त जमगांव स्थित एक माध्यमिक विद्यालय में अपनी पहचान छुपाकर अतिथि शिक्षक के पद पर पिछले 3-4 वर्षाे से पदस्थ था, 29 वर्षीय अभियुक्त बीए, डीएड पास की तथा किराया के मकान में केशवाही बाजार में रहता था। अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु ईओडब्ल्यू की टीम ने पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से संपर्क स्थापित करने के बाद जैतपुर पुलिस टीम के साथ कामयाबी हासिल की। ईओडब्ल्यू वाराणासी के पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र कुमार द्वारा निरीक्षक/ विवेचक सुनील कुमार वर्मा के नेतृत्व में एक टीम म.प्र. रवाना किया था। गिरफ्तार आरोपी की ट्रांजिट रिमाण्ड बनाकर वाराणासी न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। पूछताछ पर महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त हुई है, शेष अभियुक्तो की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।