शहडोल सहित अन्य जगहों की मिलों,फैक्ट्रियो सहित कारखानों में बंद कमरों में काम चालू….

शहडोल।कोरोना वायरस को शिरे से नकारने में शहडोल के कई तेल मिलों ,नमकीन, बिस्किट ,आटा, चावल के कारखाने देश व्यापी लॉक डाउन से परे नजर आ रहे है।इन स्थानों में बंद कमरों में दर्जनों मज़दूर अपनी जान जोखिम में डाले हुये है।लॉक डाउन को खुली चुन्नौती देते हुये मिल प्रबंधक नजर आ रहे है।शहर के व्यस्तम से लेकर शांत इलाको में इन कारखानों और फ़ैक्ट्री में 10 से 6 तक के कार्य प्रतिदिन चल रहे है। विगत दिनों जनताकर्फ्यू से तय किये गए है लॉक डाउन की खुली धज्जियां उड़ाई जा रही है।हलाकि प्रशाशन तक इनकी शिकायत भी नहीं पहोची होगी।इन कारखानो में काम करती ज्यदातर महिलाएं शामिल है।
इन स्थानों में रन करती फैक्ट्री
शहडोल के कई ऐसे जगह है जहा चोरी छुपे लोगों से काम कराया जा रहा है। इन मजदूरो को आने के समय दरवाजे खुलते है और जाने के समय दरवाजे खुलते है।बाकि समय दरवाज बंद रहता है।ऐसे में सामूहिक रूप में कर रहे कामों पर घर परिवार को ख़तरे में डालने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। शहर के मोहनराम तालाब के पास स्थित कारख़ाना बुढ़ार चौराहे पर स्थित कारखाने शेर चौक पर स्थित कारखाने एफसीआइ गोदाम के पास स्थित कारख़ाने पुरानी बस्ती में स्थित कारखानों की सुचना सूत्रो के माध्यम से मिल रही है। इसकी पुष्टी करने के लिए भी हलचल की टीम शहर में घूम रही है।
कल की ढील से आज सख्ती
शहडोल में कल की ढील ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे वही लोगों की आवाजाही दुकानों व् सड़को पर लोगों की भीड़ ने तरह तरह के सवाल पूछने लगे की छुट कितने समय की है।लिहाजा दैनिक अखबारों में लॉक डाउन पर डीएम की छुट आज चर्चा का विषय बनी हुई थी वही जिला प्रसाशन की किरकिरी ने सोशल डिस्टेन्स को ध्यान में रखते हुये लोगों को फिर घर पर ही रहने व् सख्ती से व्यवहार करना शुरू कर दिया है।वही सब्जी मंडी को स्टेडियम में लगाने का निर्णय लिया।जहा शहडोल नगर पालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने इस सुचना को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया।