वन विभाग अजब है, कर्मचारी गजब है

आधी रात रेत से भरे ट्रैक्टर को पकड़ा, फिर छोड़ दिया
वन विभाग के कर्मचारी के पुत्र का था ट्रैक्टर
(अमित दुबे+8818814739)
उमरिया। एक ओर जिले में रेत के अवैध उत्खनन को संरक्षण देने के लिए खनिज विभाग खुद कटघरे में हैं, वहीं दूसरी और पाली जनपद में रेत का अवैध उत्खनन रोकने की जिम्मेदारी वन विभाग के जिन अफसरों पर है, वही माफिया के वाहनों को पकडऩे के बजाए उसे बचाने में जुटे हैं, इसके लिए वन अफसरों ने नया तरीका निकाला है। रेत से भरे पकड़े गए वाहनों को भय दिखाकर छोड़ दिया गया।
आर्थिक लाभ का चक्कर
शनिवार-रविवार की दरमियानी रात पाली वन परिक्षेत्र के ममान बीट से तीन ट्रैक्टर अवैध रेत चोरी करने का मामला सामने आया है, खबर है कि ममान बीट में पदस्थ डिप्टी रेंजर ने आधी रात मोती सिंह, बैराग सिंह सहित रणजीत सिंह का ट्रैक्टर पकड़ा था, लेकिन आर्थिक लाभ के फेर में कथित अधिकारी ने उक्त टे्रक्टरों को छोड़ दिया।
घायल हुआ वाहन चालक
ममान बीट में वाहन पकडऩे गये वन विभाग के कर्मचारियों ने जब उक्त वाहन सहित ड्राइवरों को पकडऩे का प्रयास किया तो, ड्राइवर भागने लगे, इसी बीच बैराज सिंह के ड्राइवर के कमर में भागने के दौरान चोट लग गई, डिप्टी रेंजर ने कथित ड्राइवर को पकड़ लिया, जिसके बाद वाहन मालिक खुद सामने आया और डिप्टी रेंजर से सेंटिग कर वाहनों को छुड़वा लिया।
पिता है वन विभाग में
जिस ट्रैक्टर मालिक बैराज सिंह पर रेत चोरी के आरोप लग रहे हैं, उसके पिता भी वन विभाग में ही कर्मचारी है, अधिकारी ने बताया कि उक्त वाहन मेरी जांच में पहली बार पकड़ाये और वह भी वन विभाग के कर्मचारी के बेटे का ट्रैक्टर था, इसलिए छोड़ दिया। एक ओर पूरा देश कोविड से जंग लड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर जिले का अमला रेत माफियाओं को खुला संरक्षण दे रहा है, देखना यह होगा कि वन विभाग के अधिकारी अब इस मामले में क्या संज्ञान लेते हैं।