भुखमरी की कगार पर सैलून संचालक, सौंपेगे ज्ञापन

(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। लॉक डाउन के पहले दिन से ही सैलून की दुकाने भी अन्य दुकानों के साथ बंद करने का फरमान जारी हुआ, इसी बीच सैलून दुकान के एक संचालक द्वारा की गई लापरवाही का खामियाजा प्रदेश भर के समस्त सैलून संचालक व नापित समाज को झेलना पड़ रहा है, लॉक डाउन 3 के दौरान धीरे-धीरे सरकार ने सभी प्रकार की एकल दुकानों को खोलने की छूट दे दी है, लेकिन सैलून दुकानों को इस सूची से बाहर रखा गया है। बीते 50 दिनों से सैलून बंद होने के कारण अब इनका संचालन करने वाले नापित समाज के लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। मध्यम व निम्न परिवार से ताल्लुख रखने वाले नापित समाज के अधिकांश लोग अब इस समस्या से जूझते-जूझते भुखमरी तक पहुंच गये है, समाज के लोगों ने कलेक्टर और प्रदेश के मुख्यमंत्री से सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य आदेशों का पालन करते हुए सैलून खोलने की अनुमति मांगी हैं। विभिन्न क्षेत्रों में नापित समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों ने इस संदर्भ में आपसी चर्चा कर जल्द ही मुख्यमंत्री और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौपनें की भी योजना बनाई है, जिसे समाज के एक या दो सदस्य आगे आकर इस मांग को रखेंगे।