प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को शासकीय नौकरी दे सरकार: विश्वनाथ सिंह

रेलवे पटरी पर दुर्घटना में शहडोल संभाग के मृत श्रमिकों को 50-50 लाख रुपए मुआवजा एवं प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को शासकीय नौकरी दे मध्यप्रदेश सरकार: विश्वनाथ सिंह
अनूपपुर। सदस्य जिला पंचायत एवं राजीव गांधी पंचायत राज संगठन के जिला अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने कलेक्टर के मध्यम से महामहिम राज्यपाल राजभवन भोपाल मध्यप्रदेश को आवेदन प्रेषित कर शहडोल संभाग के प्रवासी मजदूर जो अपने जीविकोपार्जन के लिए महाराष्ट्र गए हुए थे, कोविड 19 के कारण भारत सरकार द्वारा संपूर्ण भारत में लॉक डाउन लगा दिए जाने से पूरे भारत के प्रवासी मजदूरों एवं उनके परिवारजनों के जीविकोपार्जन में संकट उत्पन्न हो जाने से विवश होकर सभी प्रवासी मजदूर अपने अपने घरों के लिए जाने के लिए मजबूर हो गए। परिस्थितियों वश शहडोल संभाग से महाराष्ट्र जीवकोपार्जन हेतु गए प्रवासी मजदूर एवं उनके परिजनों के जीवन में संकट उत्पन्न हो जाने से शहडोल संभाग के प्रवासी मजदूर जालना से भुसावल ट्रेन पकडऩे के लिए निकले थे और वहां से ट्रेन न मिलने के कारण व पटरी पटरी पैदल शहडोल के लिए निकल पड़े थे।
50-50 लाख सरकार दे मुआवजा
घर लौटने की जद्दोजहद में यह सभी प्रवासी मजदूरों के चिथड़े रेलवे की पटरी पर हो गए और वे काल के गाल में समा गए, मृतक प्रवासी मजदूरों में लगभग सभी प्रवासी मजदूर आदिवासी वर्ग से हैं शहडोल संभाग आदिवासी बाहुल्य संभाग है जहां गरीब निर्धन व पिछड़ी आबादी की बहुतायत है मृतक प्रवासी मजदूरों के परिजनों को मध्य प्रदेश सरकार से 50 50 लाख रुपए मुआवजा एवं प्रत्येक परिवार के एक-एक सदस्य को शासकीय नौकरी दे साथ ही विश्वनाथ सिंह ने यह भी कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार यदि शहडोल संभाग के प्रवासी मजदूरों के परिजनों को शासकीय नौकरी और उन्हें 50 50 लाख रुपए मुआवजा नहीं देती है तो मृतक प्रवासी मजदूर व उनके परिजन व आदिवासी वर्ग जो मानसिक अवसाद व पीड़ा से गुजर रहे हैं एवं आदिवासी समाज में व प्रवासी मजदूरों तथा उनके परिजनों को दु:खद आघात पहुंच रहा है कि सरकार उनके दुख दर्द में उनके साथ नहीं है मध्यप्रदेश सरकार मानवीय सम्वेदनाएं मर चुकी है।