भाजपा सक्रिय कार्यकर्ता दीपचंद गुप्ता उर्फ दीपक निकला जुआरी
भाजपा सक्रिय कार्यकर्ता दीपचंद गुप्ता उर्फ दीपक निकला जुआरी
कोतमा | कोतमा नगर में 2 और 3 जुलाई की दरमियानी रात पुलिस द्वारा कोतमा में लंबे समय से सक्रिय जुए के फड़ पर जुआ एक्ट धारा 13 के तहत कार्यवाही की जिसमें 2 लाख 90 हजार नगद ,12 नग मोबाइल कीमत एक लाख , 3 नग दो पहिया वाहन जिनकी अनुमानित कीमत 1 लाख 20 हजार कुल कीमत 5 लाख10 हजार की जब्ती की गई तथा पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए जुआ खेलने वाले 20 जुआरीयों को पकड़ा कार्यवाही के बाद मुचलका जमानत देकर छोड़ दिया गया| जुआ का फड़ कोतमा नगर के बनिया टोला स्थित भाजपा नेता के बाडें में स्थित पोल्ट्री फार्म में खिलाया जा रहा था| बताया जाता है कि फड़ संचालन कराने के एवज में नाल भी वसूली जाती थी| पकड़े गए जुआरियों में 2 शासकीय शिक्षक 1 ग्राम पंचायत के सचिव एवं 1 रोजगार सहायक एक वर्दीधारी भी शामिल था| कोतमा थाना प्रभारी आर के बैस को मुखबिर से सूचना मिलने पर थाना की विशेष टीम बनाकर की कार्यवाही जिसमें थाना प्रभारी निरीक्षक आर के बैस, के नेतृत्व में हमराही उपनिरीक्षक उपेंद्र त्रिपाठी , सउनि रामेश्वर, आरक्षक अजय शर्मा , हरपाल सिंह, भानु प्रताप सिंह , संजय द्विवेदी, सत्यभान, चक्रधर तिवारी, जीतेंद्र मंडलोई नत्थूलाल शुभम तिवारी के द्वारा कारवाई की गई |
किराना व्यापारी एवं भाजपा कार्यकर्ता दीपचंद गुप्ता निकला जुआरी
कोतमा के सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के बगल से किराना व्यापारी दीप चंद गुप्ता उर्फ दीपक समाज के समक्ष अपने आप को स्वच्छ छवि बताने वाले जुये के फड़ मे लाखों का दाव लगाते हुए रंगे हाथों पकड़े गए हैं जिसके बाद थाने से मुंह छुपाते हुए अपने घर को रवाना हुए| दीपचंद गुप्ता उर्फ दीपक गुप्ता अपने काले कारनामों को छुपाते हुए समाज के सामने भाजपा नेता के रूप में प्रतिष्ठित व्यापारी बने हुए हैं जबकि किराना के आड़ में जुआ सट्टा जैसे काले कारोबार में पूर्णता सहभागिता निभाते हैं | दीप चंद गुप्ता ने हाल ही में एक पत्रकार को सोशल मीडिया के माध्यम से बदनाम करने की साजिश रची थी जिसके बाद से कोतमा की सियासत में सुर्खियों में बने हुए थे| आज एक बार दोबारा अपने काले कारनामों से सुर्खियां बटोर रहे हैं| दीपचंद गुप्ता उर्फ दीपक लंबे समय से 52 परी का खेल खेलते हैं एवं कोतमा में अन्य काले कारोबार में भी इन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है|
थाने में सिर झुकाए खड़े दीपचंद उर्फ दीपक
यह जो शख्स जिनकी तस्वीर समाचार में लगी है दिखने में भले ही बड़े मासूम से लगते हैं पर बिना किसी बुनियाद के या जान पहचान के लोगों को बदनाम करने एवं उनके खिलाफ षड्यंत्र रचने में माहिर माने जाते हैं| अब जब पुलिस ने इनका चेहरे से पर्दा उठाते हुए समाज के सामने इनकी असलियत लाई है तो थाने में सर नीचे कर कर खड़े हुए हैं वही जब पुलिस ने जमानत पर छोड़ा तो थाने से मुंह छुपाते हुए अपने घर को रवाना हुए| जब काली करतूत करना ही था तो समाज के समक्ष मुंह पर छुपाना |