शिक्षकों का पान ठेले पर गुजरता समय

सार्वजनिक स्थल पर थूकने की हुई शिकायत
शहडोल। शिक्षकों के द्वारा बीच बाजार होटल में पान-तंबाकू का सेवन कर यहां-वहां थूकने की शिकायत कलेक्टर, कमिश्नर सहित मुख्यमंत्री से की गई है। शिकायतकर्ता मनीष अग्रवाल ने शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धनपुरी में पदस्थ वरिष्ठ व्याख्याता उमेश सिंह रोजाना विद्यालय की दीवाल से सटी सड़क पर स्थित एक चाय-पान दुकान पर पान एवं तम्बाकू का खुले आम सेवन कर विद्यालय में जहां-तहां थूकते हैं, उनकी तथा उनके साथी शिक्षकों की यह हरकत शिक्षकीय दायित्व निभाने वाले गुरुओं को अशोभनीय तो है ही, साथ ही कोविड-19 जैसी महामारी के दौर में शासन सहित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेशों का सरासर उलंघन भी है।
तुम्हारी स्कूल है क्या
शिकायतकर्ता ने बताया कि दस्तावेज सत्यापन के लिए विद्यालय में मंगलवार 21 जुलाई को अपरान्ह लगभग 3 बजे आया था, लेकिन प्राचार्य शहडोल से नहीं आए थे, अत: मैं उमेश सिंह जो कि विद्यालय मैदान में पान चबाते हुए खड़े थे जाकर इस संबंध में पूछना चाहा तो उन्होंने पान थूका, जिसकी पीक उड़कर मेरे ऊपर आ गई, मैने ऐतराज किया तो, कहने लगे कि तुम्हारी स्कूल है क्या, मैने कहा नहीं यह न आपकी है न मेरी है, शासन की है और हम सबकी है। आपको इस तरह स्कूल में पान-तम्बाकू खाकर नहीं आना चाहिए, इस पर वो अभद्रता करने लगे, मैने उन्हें कहा कि एक शिक्षक के नाते आपका यह कृत्य न तो शोभनीय है और न ही अनुशासित है, मैनें लौटकर बाद में प्राचार्य फोन पर सूचित भी किया।
समाज में गलत संदेश
शिकायतकर्ता ने प्राचार्य को बताया कि उमेश सिंह रोजाना पास की चाय-पान दूकान में लंबे वक्त तक खड़े होकर पान-तम्बाकू का खुले आम सेवन करते हुए देखे जा सकते हैं, यह एक शिक्षक के आचरण के विरुद्ध है, बल्कि इससे समाज में गलत संदेश जाता है, उमेश सिंह तथा कुछ और शिक्षक रोज चाय-पान के ठेले पर पान चबाते घण्टों सड़क के किनारे खड़े रहते हैं, शिक्षकों की इस समाज विरोधी हरकतों को सैकड़ों छात्र-छात्राएं देखते हैं और सिर झुकाकर चले जाते हैं।
वीडियो बनाकर करूंगा वॉयरल
शिकायतकर्ता का कहना है कि शिक्षक इस तरह का कृत्य खुले आम करते हैं, उनको तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित करें और उमेश सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण कराकर यह सुनिश्चित करें कि वह पान-तम्बाकू के आदी हैं कि नहीं और यदि हैं तो उनके आचरण को अनुशासनहीनता की परिधि में मानते हुए तत्काल उन्हें उच्चाधिकारियों को निलंबित करने की अनुशंसा करें। शिकायतकर्ता ने शिकायत पत्र में लिखा है कि भविष्य में विद्यालय के कोई भी शिक्षक चाय-पान के ठेले पर स्कूल अवधि में पान चबाते और समय व्यतीत करते नजर आएंगे तो उनका वीडियो बनाकर न केवल सोशल मीडिया पर पोस्ट कर समाज को जागृत करूंगा बल्कि जिले तथा राज्य के उच्चाधिकारियों को भी प्रेषित करूंगा।