शहडोल का क्रिकेट सट्टा माफिया का किंग बंटी और अन्य पुलिस गिरफ्त में

0

( अनिल तिवारी)
शहडोल । पुलिस ने एक बार फिर क्रिकेट पर लगने वाले सट्टे के कारोबारियों को बीती रात गिरफ्तार किया है, गौरतलब है कि बीते माह ही पुलिस ने थोक में क्रिकेट सट्टा खिलाने वालों को धर दबोचा था, एक बार फिर पुलिस ने बंटी भाटिया उर्फ राजेश को गिरफ्तार किया है इसके साथ ही पुलिस ने पंकज शुक्ला, संजय गुप्ता, प्रदीप साहू, अजय गुप्ता भी गिरफ्तार किया है!!

हालांकि पुलिस ने अभी तक इस मामले का खुलासा नहीं किया है, लेकिन चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोतवाली लाया गया है और उनके खिलाफ क्रिकेट का सट्टा खिलाने की कार्यवाही की जानी है हालांकि बंटी भाटिया प्रदीप गुप्ता और अन्य के खिलाफ पुलिस को क्रिकेट के सट्टे के अलावा संगठित आपराधिक गिरोह के रूप में पूरे जिले में क्रिकेट के सट्टे का माया जाल फैलाने और दूसरे रास्ते से लोगों को लूटने और इस कारोबार में धकेलने, खेलने की आदत डालने जैसे आरोपों और इससे जुड़ी आईपीसी की धाराओं के तहत भी कार्रवाई करनी चाहिए।

बंटी भाटिया जैसे लोग शहडोल जिले ही नहीं बल्कि पूरे संभाग में क्रिकेट के सट्टे के जनक माने जाते हैं, पुलिस के द्वारा 1 महीने के अंदर क्रिकेट सटोरियों के खिलाफ की गई कार्यवाही निश्चित ही काबिले तारीफ है, हालांकि अभी उन लोगों पर भी कार्यवाही की जा सकती थी, जिन्हें पुलिस ने पूर्व में भी क्रिकेट के सट्टे खिलाने के आरोप में पकड़ा था, क्योंकि पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद लगभग आरोपी जमानत पर बाहर आ गए और उन्होंने अपने बदल कर फिर क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।

गोपाली-सनी और अन्य अभी भी बाहर पुलिस ने तथाकथित लोगों को गिरफ्तार कर लिया और एक बार फिर यह साफ कर दिया कि पुलिस कि इन क्रिकेटर सटोरियों से कोई मिलीभगत नहीं है, लेकिन अभी भी गोपाली और सनी जैसे कुछ कारोबारी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और बीते दिनों लगातार क्रिकेट के सट्टे का काम करते रहे हैं दूसरी तरफ सवाल ये भी उठता है कि संभाग के शहडोल जिले में तो पुलिस ने कार्यवाही कर दी लेकिन उमरिया और अनूपपुर जिले में सटोरियों के खिलाफ वहां की पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की, यही नहीं दोनों ही जिलों की पुलिस ने पुलिस से कोई सबक नहीं सीखा और उनके यहां खुलेआम सट्टे का कारोबार होता रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed