संवेदना अभियान के तहत प्रतिदिन विभिन्न पंचायतों का भ्रमण कर रहे है, जैतहरी के सीईओ तिवारी

अनूपपुर। जिले के जनपद पंचायत जैतहरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सतीश तिवारी लगातार कुपोषित बच्चों के परिजनों से मिल रहे हैं। बच्चे की देखभाल किस तरह से करनी है, और उस बच्चे के लिए बेहतर क्या हो सकता है, इस पर विषय विशेष चर्चा करते हुए समझाइश भी दे रहे हैं। निश्चित रूप से संभाग के कमिश्नर श्री शर्मा द्वारा चलाए जा रहे संवेदना अभियान के कारण आज लगभग पूरे संभाग से अधिकारी गांव गांव का भ्रमण कर रहे हैं, और कुपोषित बच्चों की जानकारी लेकर उन्हें किस तरह आगे लाया जा सकता है , उनके लिए क्या कार्य किया जा सकता हैं। उस पर खरा उतरते हुए जमीनी स्तर पर कार्य किया जा रहा है। कुपोषित बच्चों से मिलकर उन्हें प्रोटीन के पाउडर या अन्य प्रकार के स्वास्थ्य शिविर परीक्षण कार्यक्रम रख कर हिमोग्लोबिन की जांच व खानपान के तरीकों को जागरूकता अभियान के तहत चलाया जा रहा है। उक्त संवेदना अभियान के तहत जैतहरी जनपद पंचायत के सी ई ओ सतीश तिवारी लगातार प्रतिदिन अपने दिनचर्या में संवेदना अभियान को शामिल करते हुए सुबह 6:00 बजे से ही निकल कर लगभग 2 दर्जन से अधिक गांव का भ्रमण कर चुके हैं। गत दिवस जनपद के सीईओ तिवारी ने केल्हौरि के चचाई विरान में अति गंभीर कुपोषित शिवानी पिता रामसिंह माता ओमवती उम्र 1 वर्ष 3 माह वजन 6.8 किलो लंबाई 72 सेंटीमीटर एवं ऊंचाई, आबाद में दीपेश पिता दीपक गौड़ माता सरस्वती उम्र 1 वर्ष 6 माह वजन 7.5 दोनों बच्चों के घर जाकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत श्री तिवारी ने भेंट करते हुए बच्चों की अच्छी तरह से देखभाल करने के लिए प्रेरित किया एवं पौष्टिक आहार देने की समझाइश भी दी। इसी प्रकार संवेदना अभियान को आगे बढ़ाते हुए रुद्राक्षी पिता कैलाश माता सरस्वती 2 वर्ष कदमसरा, पंकज पिता नारायण माता पार्वती 8 माह ग्राम पंचायत लहसुना, अभिषेक दुबे पिता अनित माता विनीता 5 वर्ष वेंकट नगर, अनन्या पिता कोमल माता संतोषी 2 वर्ष ग्राम पंचायत आमाडंड, सहित मुंडा के आंगनबाड़ी केंद्रों में पहुंचकर 4 बच्चों से मुलाकात करते हुए प्रोटीनेक्स पाउडर वितरण किया गया, इस क्रम में पोषण पुनर्वास केंद्र जैतहरी का भी भ्रमण किया गया, उक्त केंद्र में भर्ती बच्चों लवकेश माता काजल एवं शिवांश माता सरस्वती से मिलकर बात की और मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी भी ली। जहां पर उन्हें कोई भी शिकायत पुनर्वास केंद्र कि नहीं मिली और भर्ती बच्चों के परिजन खुश नजर आए। वही एक बार फिर से आज सुबह संवेदना अभियान को ध्यान में रखकर अति गंभीर कुपोषित उदित केवट माता भानमती पिता बेनी प्रसाद 11.2 ग्राम पंचायत बिजौली आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 1 एवं उसकी माता से घर जाकर बैठ कर बच्चे की बेहतर देखभाल एवं पोषण आहार की समझाइश भी दी गई। और प्रोटीन युक्त पाउडर प्रदान किया गया, इन समस्त भ्रमण कार्यों में सभी ग्राम पंचायतों के आंगनबाड़ी सहायिका और कार्यकर्ता को साथ में लेकर घर घर जाकर कुपोषित बच्चों के माता-पिता से मिलना और बच्चों को प्रोटीन युक्त पाउडर देकर आगे कोई भी समस्या आने पर स्वयं का मोबाइल नंबर देते हुए सूचित करने की बात भी कहते हैं। निश्चित रूप से अगर एक जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अगर इस तरह सभी ग्राम पंचायतों में पहुंचने लगेंगे तो निश्चित रूप से एक नया विश्वास के साथ कुपोषित बच्चों के माता-पिता भी आगे आकर अपने बच्चों की रक्षा करने में सहजता महसूस जरूर करेंगे । यह अभियान अगर लगातार चल पाया तो कुपोषित बच्चों की संख्या नाम मात्र की रह जाएंगे।