लाश को आईसीयू में रख, कर दिया सौदा मामला दर्ज

शहडोल। जिला मुख्यालय स्थित देवांता अस्पताल के संचालक डॉ. बृजेश पांडे और डॉ. विष्णु कांत त्रिपाठी के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने अनूपपुर जिले के जैतहरी विकासखंड अंतर्गत क्योंटार निवासी संतोष राठौर की शिकायत पर आपराधिक मामला कायम किया है। गौरतलब है कि बुधवार को संतोष राठौर की पत्नी पुष्पा राठौर की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई थी, जिसे अस्पताल संचालकों ने रुपए लेने के फेर में जबरिया मुर्दे को आईसीयू में रखकर उसका भी शुल्क लेने में लगे थे, इसके बाद यह मामला पुलिस तक पहुंचा और पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी के निर्देशन में कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तथा बीती रात करीब 07 बजे के आसपास संतोष राठौर तथा उसकी पत्नी पुष्पा राठौर को जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था, इसके बाद पुलिस को संतोष राठौर ने अस्पताल संचालकों के खिलाफ शिकायत दी, कोतवाली पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड विधान की धारा 420,384 व 294, 34 आईपीसी के तहत अपराध कायम किया है। वहीं इस संदर्भ में बीती रात करीब 11 बजे के आसपास कांग्रेस के किसान प्रकोष्ठ ने एसडीएम से मिलकर उसे इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपकर जांच और कार्यवाही की मांग की है।
डायरेक्टर व डॉक्टर की डिग्री की हो जांच
देवांता हॉस्पिटल मे जैतहरी अनूपपुर निवासी संतोष राठौर अपनी पत्नी को इलाज के के दौरान मृत्यु हो जाने के बाद भी मृत शरीर के इलाज के नाम पर पैसे की वसूली की गई जिसके विरोध में एसडीएम दिलीप पांडे के निवास पर रात्रि 10 बजे पहुंचकर ज्ञापन सौंपा गया एवं मुख्य बिंदुओं के आधार पर शासन प्रशासन से मांग की गई, परिवार जनों के साथ कांग्रेश परिवार के सदस्य उपस्थित रहे। देवांता हॉस्पिटल संचालक की विधिवत जांच एवं पदस्थ डायरेक्टर और डॉक्टर की डिग्री डिप्लोमा की जांच, मृतिका का पोस्टमार्टम अन्य जिले के पदस्थ डॉक्टर की टीम द्वारा की जाए, उक्त मामले मे सभी देवांता हॉस्पिटल के दोषी डॉक्टरो के विरूद्ध एफआईआर कर तत्काल गिरफ्तारी की जाए, फर्जी तरिके से इलाज के नाम पर मरीजो को लूटने वाले और मौत बांटने वाले देवांता हॉस्पिटल का लाइसेंस रद्द कर अस्पताल सील करा दी जाए।
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