नन्हें तबला वादक कपिल बने कटनी गॉट टेलेंट के विजेता फाइनल में 10 प्रतिभागियों ने किया प्रतिभा का प्रदर्शन

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नन्हें तबला वादक कपिल बने कटनी गॉट टेलेंट के विजेता
फाइनल में 10 प्रतिभागियों ने किया प्रतिभा का प्रदर्शन

कटनी ॥ आधारशिला आधारशिला कटनी स्टोन ऑर्ट फेस्टिवल में शिल्पकला के साथ ही जिले की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने कटनी गॉट टेलेंट का आयोजन जागृति पार्क में किया गया। दो दिवसीय आयोजन में पहले दिन 140 प्रतिभागियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। रविवार को कटनी गॉट टेलेंट के फाइनल में टॉप-10 प्रतिभागियों ने सहभागिता कर प्रतिभा का प्रदर्शन किया। सभी वर्ग के प्रतिभागियों को एक मंच प्रदान करने पहली बार हुई पहल में कलाकारों का उत्साह बढ़ाने लोग बड़ी संख्या में जागृति पार्क पहुंचे।
टॉप-10 में शामिल किए गए कलाकारों ने कटनी गॉट टेलेंट के मंच से अपनी प्रस्तुति दी और तालियां बटोरीं। धर्मेन्द्र चौधरी ने शानदार गायकी का प्रदर्शन करते हुए केसरिया बालमा, पधारो म्हारे देश गीत से सराहना पाई तो वहीं अनंत गौतम के दमादम मस्त कलंदर गीत व नन्हें तबला वादक कपिल विश्वकर्मा की प्रस्तुति पर लोग दर्शक दीर्घा में झूमते रहे। देवा वंशकार और ज्ञानश्री नायडू ने हरियाणवी वेशभूषा में हरियाणी फोक सांग पर डांस की प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया तो मूल रूप से हिन्दी भाषी होकर भी मंच से बंगाली फोक सांग की शानदार प्रस्तुति पर शारोन मसीह को लोगों की सराहना मिली। बिलहरी के यश चौरसिया ने लागा चुनरी में दाग गीत से तालियां बटोरीं तो शुभांशु दुबे ने चुपके-चुपके रात दिन गजल से समां बांधा। पूर्वी पटेल के डांस की भी लोगों ने सराहना की।
निर्णायकों के मत के आधार पर कपिल विश्वकर्मा को कटनी गॉट टेलेंट का विजेता घोषित किया गया जबकि दूसरे स्थान पर अनंत गौतम और तीसरे स्थान पर फोक डांस की प्रस्तुति देने वाली देवा व ज्ञानेश्वरी की जोड़ी रही। दो दिवसीय आयोजन में निर्णायक की भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ कलाकारों का जिला प्रशासन की ओर से जिला पंचायत सीईओ जगदीश चंद्र गोमे ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।

माइनस प्वाइंट से मिलता है सीखने का अवसर- श्री गोमे
कटनी_गॉट_टेलेंट के फाइनल में जिला पंचायत सीईओ जगदीश चंद्र गोमे ने पहुंचकर प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया। कार्यक्रम के समापन पर उन्होंने कहा कि इस मंच से जो आज अपनी प्रस्तुति देकर जा रहे हैं, यदि गुरूजनों ने उनको कोई माइनस प्वाइंट बताएं हैं तो उससे निराश होने की जरूरत नहीं बल्कि माइनस प्वाइंट से अपनी कला को निखारने व सीखने का अवसर मिलता है। श्री गोमे ने कहा कि कलाकार किसी भी विद्या का हो जब तक कलाकारी नहीं दिखाता, तब तक वह कलाकार नहीं बन सकता है। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि गुरूओं ने जो कमियां बारीकी से देखी हैं और आपको बताया है, उससे आपकी कला में सुधार होगा। इस दौरान आयोजन समिति के सदस्यों के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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