चौपाटी स्थित तालाब में गन्दगी का अम्बार

शहडोल। नगर के मध्य स्थित तालाब की हालत बाद से बदतर हो गई है, चौपाटी स्थित तालाब में व्याप्त गंदगी से इसके आसपास बीमारी फैलने की संभावना बन गई है, गंदगी से निकले बदबू से स्थानीय लोगो का जीना दुष्वार हो गया है। तालाब की गंदगी समाप्त करने के लिए शिकायत करने के बावजूद किसी पदाधिकारी का ध्यान इस ओर आकृष्ट नहीं है। स्थानीय रहवासियों के द्वारा घरो के निस्तार का गन्दा पानी भी इसी तालाब में बहाया जा रहा है। किसी समय इस तालाब का सौंदर्य देखते ही बनता था जब नगर सौदर्यीकरण के नाम पर इस में फव्वारा लगाया गया था, लोग दूर-दूर से इसे देखने आते थे, लेकिन आज स्थिति विपरीत हो गई है। चौपाटी में खड़े होकर चाट खाने वाले लोगो को गन्दगी, बदबू का सामना करना पड़ रहा है। तालाब के चारो और लगाई गई रेलिंग भी कई जगह से टूट चुकी है और चहारदीवारी भी क्षतिग्रस्त हो गई है। बीचोबीच लगा झूला पूल भी केवल देखने भर को रह गया है। पूर्व में नगर के लोगो के मनोरंजन के लिए बोट की व्यवस्था भी की गई थी जिसका आज कोई वज़ूद दिखाई नहीं पड़ता है। पूरे तालाब में जलीय पौधो की भरमार है। इस तालाब के बीचो बीच लगे फव्वारे को चले भी एक अरसा हो गया है और आज यह केवल शो पीस बनकर रह गया है। नाली का पानी तालाब में गिरने से वह गंदा हो रहा है। अब तालाब से बदबू आ रही है जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। जिले को जहाँ तालाबों की नगरी के नाम से जाना जाता था, वहां तालाबों की दुर्दशा पर आज कोई भी ध्यान देने वाला नहीं है। नगरपालिका को चाहिए था कि वह इस तालाब और इसके आसपास के स्थान को साफ-सुथरा बना कर रखे लेकिन हुआ इसके विपरीत है और गंदगी से सराबोर यह तालाब आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है।