चोरी की रेत से रेलवे में चल रहा निर्माण कार्य

शहडोल। जिले के ब्यौहारी तहसील क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन के विरुद्ध स्थानीय प्रशासन ताबड़-तोड़ कार्यवाही कर रहा है। वहीं रेलवे स्टेशन में चल रहे निर्माण कार्यों में चोरी की रेत का उपयोग किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो यहां रेत माफिया सक्रिय हैं और आस-पास अवैध रेत उत्खनन व परिवहन का कारोबार किया जा रहा है। रेलवे परिसर में प्रतिदिन एक-दो हाइवा चोरी की रेत पहुंचती है। पुलिस चोरी की रेत परिवहन करते दर्जन भर ट्रैक्टरों को पकडक़र खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही कर रही है, लेकिन हाइवा से अवैध रेत का परिवहन करने वाले रेत माफिया पर लगाम लगाने से स्थानीय प्रशासन आखिर परहेज क्यों कर रहा है। रेलवे परिसर क्षेत्र में चल रहे अलग-अलग निर्माण कार्यो में चोरी की रेत का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है। जिसकी सूचना पर मौके पर पहुंचे जिला खनिज विभाग के दो कर्मचारी द्वारा रात में मौके से जेसीबी मशीन और हाइवा पकडक़र थाना परिसर में खड़ा कराया। चर्चा है कि खनिज विभाग के श्री गुप्ता और श्री पट्टा की मिली भगत से क्षेत्र में अवैध रेत का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। लोगों की शिकायत और वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव में आकर यहां कभी कभार अवैध रेत में संलिप्त वाहनों को पकड़ खानापूर्ति कर लेते हैं। पुलिस विभाग द्वारा अवैध रेत परिवहन में लगे करीब दर्जन भर ट्रैक्टरों को पकडक़र खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।
इनका कहना है…
रेलवे परिसर में रात को रेत गिराई जाती है, हमने ब्योहारी थाना में पत्र भेज इसकी सूचना दी है।
कमल सिंह
प्रभारी, आरपीएफ