अटैची के बदले भ्रष्टाचार अधिकारियों को किया जा रहा उपकृत

रतनलाल पर बरसी माननीय की कृपा
सीएम तक पहुंचा कमता स्टाप डैम का मामला
शहडोल। बुढ़ार जनपद में पदस्थ रहे उपयंत्री रतनलाल बघेल के भ्रष्टाचार का मुद्दा भले ही ठण्डे बस्ते में चला गया हो, लेकिन उनकी ब्यौहारी जनपद में एसडीओ पद पर पदस्थापना को लेकर एक बार फिर गरमा गया है, बुढ़ार जनपद में उनके रतनलाल के कार्यकाल के दौरान दर्जनों भ्रष्टाचार के आरोप उनके ऊपर रहे, जिसमें कुनुक नदी पर वर्ष 2015-16 में बनाये गये स्टाप डैम का मामला अभी भी सुर्खियों में है। जो उनके ब्यौहारी में एसडीओ बनने पर सवाल पर सवाल उठ रहे हैं।
भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण
कुनुक नदी में 49 लाख 80 हजार रूपये से बनाया गया स्टाप डैम पहले ही बारिश में बह गया था, यह स्टाप डैम रतन लाल उपयंत्री के देख-रेख में बनाया गया था, लेकिन रतनलाल के ऊपर दर्जनों शिकायतों के बाद भी कोई खास कार्यवाही नहीं हुई। रतन लाल के खिलाफ डी जरूर चलाई गई, जिसकी जांच कमिश्नर स्तर के अधिकारी तक पहुंची भी, लेकिन ले-देकर मामला ढाक के दो पात रह गया। अब भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे उपयंत्री रतनलाल को ब्यौहारी विधायक शरद कोल ने बुढ़ार जनपद से तबादला करवा कर ब्यौहारी जनपद में सहायक यंत्री बनवाया जा रहा है। जिसका प्रबुद्ध वर्ग द्वारा कड़ा विरोध किया जा रहा है।
भाजपाईयों ने खोला मोर्चा
स्थानांतरण और पदस्थापना की दुकान ब्योहारी बस स्टैण्ड के पीछे इच्छुक व्यक्ति सम्पर्क करें सोशल मीडिया में भाजपा मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश सोनी उर्फ पिन्टू की बीते दिवस पोस्ट वॉयरल कर दी। ब्योहारी बस स्टैण्ड के पश्चिम में कालेज के पीछे बार्ड क्रमांक-09 में क्षेत्रीय विधायक शरदकोल का आवास है। वही बस स्टैंड के पूर्व देवी मंदिर रोड़ वार्ड क्रमांक-07 में नगर परिषद अध्यक्ष पुष्पा पटेल पति भाजपा पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष व वर्तमान जिले के प्रभारी मंत्री राम खेलावन पटेल के बेहद करीबी कहे जाने बाले शत्रुधन पटेल का आवास है, लेकिन अभी तक भाजपा के वरिष्ठो द्वारा उक्त मामले पर भी चुप्पी साधे हुए हैं।
ब्यौहारी में भी बहेगी भ्रष्टाचार की गंगा
भारतीय जनता पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं द्वारा अपने ही सरकार के जनप्रतिनिधियों पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, साथ ही उनके आरोपों के चलते सरकार पर सवाल खड़े किये है। चर्चा है कि ब्यौहारी जनपद में पदस्थ किये गये रतनलाल को भी बस स्टैण्ड के पीछे से कृपा मिल रही है, जिसके चलते आरोपों में घिरे होने के बावजूद रतन लाल को उपयंत्री से एसडीओ पद को नवाज दिया गया है, जबकि रतन को दण्ड स्वरूप निलंबन की कार्यवाही होनी चाहिए, लेकिन सत्ता की कृपा छाया में भ्रष्ट रतन लाल अब ब्यौहारी जनपद में भी अपने कारनामों को दोहरायेंगे।
इनका कहना है…
तबादला करना शासन की नीति है, इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। भ्रष्ट अधिकारी अगर अपने क्षेत्र में आकर भ्रष्टाचार करेंगे, उनको बख्सा नहीं जायेगा।
शरद कोल
विधायक, ब्यौहारी