मनरेगा में राहुल व रविंद के मन की बह रही गंगा

छीन ली आदिवासी दिव्यांग महिला की नौकरी, दिव्यांग का बढ़ाया दर्द
शहडोल। वर्षाे से जिला पंचायत में पदस्थ डाटा इंट्री ऑपरेटर की मनरेगा परियोजना अधिकारी राहुल सक्सेना एवं तकनीकी विशेषज्ञ रविंद अग्रवाल द्वारा किये गये षडय़ंत्र से उसकी नौकरी चली गई, जबकि डाटा इंट्री ऑपरेटर चार महीना पहले ही जिला पंचायत के सक्षम अधिकारी से इन दोनों की कार्यशैली के संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन इन दोनों के खिलाफ आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई और अब दोनों ने मिलकर षडय़ंत्र पूर्वक आदिवासी दिव्यांग महिला की नौकरी ही दांव में लगवा दिया है। जिसकी शिकायत हर सक्षम अधिकारियों से की जा चुकी है, लेकिन उसकी फरियाद कहीं सुनी नहीं जा रही है।
मन के हुए अधिकारी
कुल मिलाकर 4 महीना पहले भोपाल से आये आदेश के पालन में जिला पंचायत के कार्यपालन अधिकारी द्वारा रिक्त पदों की जानकारी मांगी गई थी, जिसमें पहले एक पद रिक्त होना बताया गया है, बाद में गोल-मोल कर संलग्रीकरण से भरा बताकर आदिवासी दिव्यांग महिला को मनरेगा में मर्ज करने का रोड़ा अटका दिया, जिला पंचायत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के पत्र क्रमांक 1104 दिनांक 29 मार्च 2021 द्वारा योजनाओं के डाटा इंट्री ऑपरेटर के विरूद्ध पद की जानकारी मांगी गई थी, जिसमें परियोजना अधिकारी मनरेगा राहुल सक्सेना का पत्र क्रमांक 1260 दिनांक 26 मार्च 2021 में उल्लेख किया है कि मनरेगा योजना अंतर्गत एक पद रिक्त है, जिसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा नोटशीट में परियोजना अधिकारियों से अभिमत मांगा गया था, लेकिन परियोजना अधिकारी मनरेगा नोटशीट में गलत टीप देकर वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह किया गया।
वर्षाे से दे रही थी सेवा
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (वाटरशेड) में डाटा इंट्री ऑपरेटर के पद पर दिव्यांग महिला कर्मचारी कई वर्षाे से संविदा पर नियुक्त थी, लेकिन 30 सितम्बर से यह योजना बंद हो गई, जबकि वरिष्ठ कार्यालय द्वारा बीते अक्टूबर माह में ही कार्यालय में पदस्थ डाटा इंट्री ऑपरेटर को मनरेगा व अन्य योजना में मर्ज करने के आदेश दिये गये थे, लेकिन मनरेगा परियोजना अधिकारी की हठधर्मिता व गलत नोटशीट के कारण उसे मनरेगा में मर्ज करने के आदेश का पालन नहीं हो सका। जबकि दिव्यांग महिला कर्मचारी सभी वरिष्ठ अधिकारियों की देहरी पर फरियाद कर चुकी है।
शासन का यह था आदेश
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (वाटरशेड) विकास जिला स्तर पर कार्यरत डाटा इंट्री ऑपरेटर के संबंध में प्रमुख सचिव संचालक राजीव गांधी जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन मिशन भोपाल के पत्र क्रमांक 1162/22/वि-9/आर.जी.एम./ आईडब्ल्यूएमपी/2021 भोपाल दिनांक 02 फरवरी 2021 के अनुसार प्रधानमंत्री सिंचाई योजना वाटरशेड विकास अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाएं समाप्त हो चुकी है या समाप्त होने वाली हैं, इन परियोजनाओं के लिए जिला स्तर पर जिला वाटरशेड डाटा सेंटर में कार्यरत संविदा डाटा इंट्री ऑपरेटर जिनकी नियुक्ति जिला स्तर पर की गई थी, इन डाटा इंट्री ऑपरेटरों को विभाग की अन्य योजनाओं के तहत जिला स्तर पर रिक्त डाटा इंट्री आपरेटर के पदों पर नियुक्ति देने के आदेश थे, जिसमें जिला पंचायत द्वारा परियोजना अधिकारियों से अभिमत मांगा गया था।
इनका कहना है…
मामला मेरे संज्ञान में है, वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले में अवगत कराकर, उचित कार्यवाही की जायेगी।
निदेशक शर्मा
अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जिला पंचायत शहडोल