बीमा कर्मियों द्वारा किया गया मानव श्रंखला का निर्माण

शहडोल। 1 सितंबर को राष्ट्रीयकृत भारतीय जीवन बीमा निगम अपनी 65 वीं वर्षगांठ मना गया। शहडोल मण्डल के के समस्त बीमा कर्मियों और समस्त बीमाधारकों को भारतीय जीवन बीमा निगम के 66 वें स्थापना दिवस पर असंख्य शुभकामनाएं । 40 करोड़ से अधिक बीमाधारको के अगाध विश्वास और राष्ट्रीयकृत एल आई सी की रक्षा और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध कार्य बल के बेहतरीन योगदान के चलते इस संस्थान ने अद्वितीय प्रगति के कीर्तिमान स्थापित किए है । एल आई सी ने उसके जन्म के समय निर्धारित किए गए लक्ष्य , राष्ट्र के निर्माण और स्वतंत्र, आत्मनिर्भर विकास में बेमिशाल योगदान और महत्वपूर्ण भूमिका के साथ अपने सामाजिक उद्देश्य को पूरा करने में सफलता प्राप्त की है।
बढ़ जाता है आंदोलन का महत्व
विगत कई वर्षो से राष्ट्रीयकृत एलआईसी की हिफाजत करो दिवस के रूप में मना रहे हैं। इस वर्ष यह दिवस हमारे लिए और अधिक महत्वपूर्ण हैं क्योंकि एनडीए 2 की वर्तमान केंद्र सरकार एल आई सी को शेयर बाजार में अधिसूचित कर उसके आईपीओ जारी कर उसके विनिवेश की प्रक्रिया में युद्धस्तर पर लगी हुई है, उनका यह कदम इस संस्थान के निजीकरण की उनकी मंशा का ही हिस्सा है। हाल ही में मुद्रीकरण के नाम पर देश के सार्वजनिक उपक्रमों को कौड़ी के मोल बेचने के उनके एलान से भी हम अवगत है । यह कुछ और नही बल्कि देश की आत्मा को ही अपने कार्पोरेट आकाओं के हाथों नीलाम करने का प्रयास है । इस परिप्रेक्ष्य में हमारे लिए इस आंदोलन का महत्व और अधिक बढ़ जाता है ।
मानव श्रृंखला का किया निर्माण
बीती 1 सितंबर को बीमा कर्मियों द्वारा सभी इकाइयों सहित शहर के तीनों कार्यालय, शाखा शहडोल राजेंद्र टाकीज के सामने, शाखा सीएबी कर्मभूमि होटल के सामने एवं मण्डल कार्यालय शहडोल, रीवा होटल के सामने, कार्यालय समाप्ति के बाद कार्यालय के समीप एल आई सी की हिफाजत मेंÓ एवं एलआईसी के आईपीओ का निर्णय वापस लेने हेतु मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया। इसमें प्रथम, द्वितीय श्रेणी के अधिकारी संगठनो, अभिकर्ता बंधु, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी साथी और अन्य ट्रेड यूनियनों के साथियों ने भी शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाया ।