रेलवे स्टेशन के सामने अधूरी सड़क दे रही दुर्घटना को आमंत्रण

नौरोजाबाद । उमरिया जिले में एन.एच. -43 का करीब 65 किलोमीटर के निर्माण का कार्य टी.बी.सी.एल कंपनी के द्वारा करीब तीन वर्षों से रोड निर्माण का काम किया जा रहा है , लेकिन अभी तक इनका काम कछुआ के चाल से चल रहा है, टी. बी.सी.एल.कंपनी के कर्मचारियों के द्वारा अपने मन माफिक ही काम किया जा रहा है। आलम यह कि जहां पर इनकी इच्छा पड़ती है वही पर अधूरी रोड बना कर छोड़ देते है, इसका एक उदाहरण नौरोजाबाद रेलवे के सामने छोड़ी गई अधूरी सड़क है। राष्ट्रीय राज मार्ग-43 होने के कारण हमेशा ही अधूरी बनी रोड दुर्घटना को अमात्रंण देती है। चूंकी सस्तरा गांव के पास सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, तो बाहर से आने वाला वाहन तेज गति से चलता है जैसे वह नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन के पास पहुँचता है वह थोड़ा सा अचंभित हो जाता है उसका सारा ध्यान सड़क के किनारे बने रेलवे के फुट ओवर ब्रिज पर चला जाता है, ठीक उसी के सामने अधूरी सड़क आ जाती है, तभी वह अपनी गाड़ी से नियंत्रण खो देता है, जिसकी वजह से वह गिरकर घायल हो जाता है। टी.बी.सी.एल.कम्पनी के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। अभी तक अधूरी रोड के सामने रखे गिट्टी के ढ़ेर से कई लोग टकराकर घायल हो गए है, दोपहिया, चारपहिया और इस रोड पर चलने वाले भारी वाहनों को रात में अधिक खतरा रहता है ।
स्थानीय निवासी बताते है की इस जगह पर प्रतिदिन कोई ना कोई घायल होते है, अभी बीते दिनों सस्तरा निवासी डॉ. संतोष पाठक जो अपने किसी काम से रात में पाली जा रहे थे कि अचानक ही वे अधूरी रोड के सामने रखे गिट्टी के ढेर से टकरा गए, जिसके कारण गम्भीर रूप से घायल हो गए, जिनकी हास्पिटल ले जाते समय मृत्यु हो गई थी, लेकिन टी बी सी एल. कंपनी के आला अधिकारियों को कोई मतलब नही है चाहे किसी जान ना रहे या किसी की बचे हांलाकि नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन के रहवासियों के द्वारा कई बार मौखिक और लिखित रूप से इस आधुरे निर्माण की सूचना दी गई है । लेकिन टीबीसीएल कंपनी को लगता है किसी बड़ी घटना का इन्तजार है। वही कम्पनी के लोग यह बता रहे है की एक पेच इस वजह से छूटा है की बिजली विभाग अपनी एल.टी. लाइन नहीं हटा रहे है, वही एक जगह जमीन संबंधी विवाद है जिस वजह से सड़क नहीं बन पा रही है, सड़क ना बन पाने की वजह एम.पी.आर.डी.सी. जिसने भूमि अधिग्रहण का कार्य सही तरीके से ना हो पाना है।