जंगलराज: फौजदारी छोड़, दीवानी मामलों में रस ढूंढ रही वर्दी

शहडोल। जिले के दर्जन भर थानों में ट्रांसपोर्ट नगरी का बुढ़ार थाना इन दिनों सभी को मात देता नजर आ रहा है। प्रभारी और उनकी टीम इस कदर कुबेर का लक्ष्य भेदने में लगी है कि उसने फौजदारी मामलों के साथ ही दीवानी मामलों की भी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है, यही स्थिति रही तो, जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार को तहसील और एसडीएम कार्यालय का भी समयोजन थाने में जल्द ही करना पड़ जायेगा। बुधवार की दोपहर को थाना क्षेत्र में परिषद के वार्ड नंबर 11 में दशकों से निवासरत संभ्रांत कारोबारी मोहम्मद इलियास अहमद अंसारी के दशकों पुराने गोदाम का बदमाशों ने पहले ताला तोड़ा, उसके बाद गोदाम के अंदर का एक-एक सामान सडक़ पर फेंकते रहे, कारोबारी सपरिवार उनके सामने गुहार लगाता रहा, लेकिन बदमाशों ने उसकी एक नहीं सुनी, अलबत्ता पुलिस के हस्ताक्षेप के बाद मो. जफर थाने चला गया, इधर बदमाश हथियारबंद होकर तोडफ़ोड़ करते रहे, पूरा माजरा कैमरों में रिकार्ड होता रहा, इस दौरान 100 डॉयल आई और चली गई, देर शाम पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के हस्ताक्षेप के बाद मो. जफर और उसके दोनों पुत्र अयान अंसारी और हमजा अंसारी के खिलाफ बीएनएस की धारा 296, 115(2), 351 (3), 324 (4) एवं 3 (5) की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई।
यह हैं आरोप
थाना प्रभारी संजय जायसवाल पर आरोप हैं कि पूरा का पूरा खेल मो. जफर और संजय जायसवाल के मध्य हुई चर्चा के बाद खेला गया। पीडि़त ने बताया कि मो. जफर पहले थाने गया था, वहां से लौटा और उसके पुत्र अयान अंसारी तथा हमजा अंसारी ने दर्जन भर अज्ञात बदमाशों को साथ लेकर तोडफ़ोड़ करनी शुरू की, हद तो तब हो गई जब पूरे मामले के वीडियो सोशल मीडिया में वॉयरल होते रहे, लेकिन गुण्डागर्दी नहीं रूकी। इस दौरान 100 डॉयल आई, थाने से पुलिसकर्मी भी आये और चर्चा कर-कर वापस लौटे, लेकिन बाहर सामान फेक रहे बदमाशों को न तो रोका गया, न ही उन पर कोई कार्यवाही करने की बातें कही गई। 

यह है इलियास का इतिहास
मो. इलियास अहमद अंसारी वल्द अनवर अहमद अंसारी बुढ़ार में करीब 5 दशकों से किराने के कारोबारी रहे हैं, वार्ड नंबर 11 सिनेमा रोड में इलियास के परिवार की अनीस किराना के नाम से दुकान थी, जो बाद में भाईयों के बटवारे के बाद अरीफ किराना के नाम पर तब्दील हो गई, इलियास का परिवार बुढ़ार ही नहीं, अनूपपुर और शहडोल जिले के लगभग 10 थाना क्षेत्रों में अपनी महाजनी के कारण जाना जाता है। कभी ढ़ाई से तीन सैकड़ा गांवों तक किराने की सप्लाई करने वाले स्व. अनवर अहमद अंसारी का कारोबार समय के साथ-साथ शिथिल तो जरूर पड़ा, लेकिन इलियास और उनके अन्य भाईयों की साख और उनका ईमान नहीं डगमगाया। हालाकि इस दौरान इलियास के सगे चाचा के बेटे जफर ने पुस्तैनी धंधे और बुजुर्गाे से मिली नसीहतों से किनारा कर लिया, जफर के दो बेटों में से छोटे बेटे अयान अंसारी के ऊपर बुढ़ार में हत्या का प्रयास तथा अन्य कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पूर्व में भी की थी शिकायत
मो. इलियास ने इस मामले की शिकायत 16 सितम्बर 2023 को बुढ़ार थाने में और 03 अक्टूबर 2023 को पुलिस अधीक्षक शहडोल से की थी। मो. इलियास ने शिकायत में यह उल्लेख किया था कि मो. जफर और उसके बेटे आपराधिक विचारधारा के हैं और उसके पुस्तैनी मकान जिसे 1973 से पूर्व पिता स्व. अनवर अहमद ने बनाया था, तब से स्थानीय निकाय में भवन कर व अन्य विभिन्न करों का भुगतान करता आ रहा है। ठीक एक साल पहले इसी तरह की वारदात के दौरान थाने में शिकायत दी गई थी, उसके बाद लगातार जान से मारने की धमकियां मिलती रही। इलियास खुद मधुमेह और ह्दयघात की बीमारी से पीडि़त हैं, जिसका फायदा बदमाश उठाना चाहते हैं, किसी भी समय उसकी हत्या या अन्य कोई गंभीर वारदात कब उसके साथ कारित कर दी जाये, यह कहा नहीं जा सकता।
इनका कहना है…
इस मामले में पीडि़त की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है।
संजय जायसवाल
थाना प्रभारी, बुढ़ार
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बुढ़ार थाना प्रभारी को तत्काल मौके पर पहुंचने और कार्यवाही के आदेश दिये गये हैं।
कुमार प्रतीक
पुलिस अधीक्षक, शहडोल