…तो भ्रष्टाचार की पुरोधा हैं नगर परिषद नौरोजाबाद की सीएमओ !
नगर परिषद के उपाध्यक्ष ने खरीदी में किये गये गड़बड़झाले की कलेक्टर से की शिकायत
(Amit Dubey+7000656045)
उमरिया। जिले की नगर परिषद नौरोजाबाद भ्रष्टाचार के मामले में लगातार बदनाम हो रही है। खुद को पाक साफ बताने वाली मुख्य नगर अधिकारी पर नगर परिषद के ही वार्ड नंबर 11 के पार्षद एवं उपाध्यक्ष नईमउल्ला बेग ने गंभीर आरोप लगाते हुए 05 अगस्त को शिकायत की थी, जिसके बाद कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच दल का गठन किया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि मुख्य नगर परिषद अधिकारी श्रीमती ज्योति सिंह नौरोजाबाद में पदस्थ हुई है, तब से इनके द्वारा सभी नियमों को ताक में रखकर सिर्फ नियम विरूद्ध खरीदी की गई है। मध्यप्रदेश लेखा अधिनियम 2018 की धारा 1961 का खुल्ला उल्लंघन किया गया है। बड़ी बात यह है कि इनके इस खरीदी में इनके पति के जान पहचान वाली चार फर्मे ही सबसे ज्यादा सप्लाई कर रहे हैं और आधा सामान तो आता ही नहीं हैं और जो आता भी है वह इनके द्वारा सबसे छुपा कर या तो उमरिया अपने घर या नौरोजाबाद डंपिंग यार्ड में रखवा दिया जाता है। एक लाख की खरीदी में कोटेशन सूचना जो की सब जगह नियमानुसार चस्पा होती है, उसमें सिर्फ इनके जान पहचान वाले जो की मनेन्द्रगढ़, विजयराघौगढ़, भोपाल से है, वह तो निविदा आ जाती है, लेकिन लोकल स्थानीय व्यापारियो को पता तक नहीं चलता है कि कब निविदा निकल, जो साफ दर्शाता है कि मुख्य नगर परिषद अधिकारी श्रीमती ज्योति सिंह सिर्फ अपने पति के जानने वाली फर्मों को ही काम दे रही हैं।
तीन माह की खरीदी
नगर परिषद के उपाध्यक्ष ने बताया कि लेखा अधिनियम के हिसाब से एक महीने में 20 हजार तक की 5, 01 लाख तक सिर्फ 2 खरीदी की जा सकती है और जेम पोर्टल से ढ़ाई लाख तक की साल में सिर्फ पांच खरीदी हो सकती है, लेकिन श्रीमती ज्योति सिंह ने तीन माह में कायदों की बलि चढ़ा दी, एक-एक लाख के 10 सबमर्सिबल पंप, 1-1 लाख की 5 पानी टंकी, फिनायल, ब्लीचिंग एवं अन्य स्वच्छता सामग्री 1-1 लाख की लगभग ढ़ाई लाख की, एक-एक लाख के लगभग 5 और ढ़ाई लाख की लगभग दो या तीन वॉटर कूलर , पुरानी एसी किसी के घर पर लगवाना था इसलिए 1 लाख का एसी, 1-1 लाख के लगभग चार कम्प्यूटर एवं लैप्टॉप, जिसमें से दो इन्होंने अपने घर में रखे हैं। एक-एक लाख की दो और ढ़ाई लाख एक ट्री-गार्ड, एक-एक लाख की लगभग 5 और ढ़ाई-ढ़ाई लाख की चार एलईडी स्ट्रीट लाईट, 1-1 लाख के लगभग 4 और ढ़ाई-ढ़ाई लाख में तीन हैंड पंप सामान, एक-एक लाख के लगभग 3 स्टार्टर के डिब्बे, एक-एक लाख के चार और ढ़ाई-ढ़ाई लाख के दो काल पाईप, एक-एक लाख की लगभग तीन हरा पाईप, एक-एक लाख की दो हाथ कचरा गाड़ी और बीस हजार से पचास हजार तक के कई सामानों की गिनती नहीं है।
कई अधिक दिया दाम
नगर परिषद के उपाध्यक्ष ने सीएमओ पर आरोप लगाया है कि खरीदे गये सामान की दर आस-पास के निकायों से कई गुना अधिक है और सामाना निम्न गुणवत्ता का है, उदाहरण के तौर पर इनके द्वारा ट्री गार्ड नौरोजाबाद में 5 हजार में एक पीस के हिसाब से क्रय किया गया है, जबकि बगल के निकाय पाली नगर पालिका में यही ट्री-गार्ड मात्र पंद्रह सौ बयालीस रूपये में खरीदा गया है, शिकायतकर्ता ने कलेक्टर को दी गई शिकायत में कहा कि यदि सभी सामग्रियों का भौतिक सत्यापन फील्ड में जाकर किया जाये तो, आधा तो सामान नहीं मिलेगा और कई की अभी तक फाइल तक कम्पलीट नहीं है, लेकिन मटेरियल सप्लाई हो चुका है।
शासन की राशि का दुरूपयोग
मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती ज्योति सिंह का यह कृत्य भ्रष्टाचार और शासन की राशि के दुरूपयोग को दर्शाता है, उपाध्यक्ष ने कहा कि मुख्य नगर परिषद अधिकारी श्रीमती ज्योति सिंह का विवादों से पुराना नाता है, इसके पूर्व मेंभी ज्योति सिंह अनूपपर और उमरिया में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर रह चुकी हैं, वहां भी इनकी कार्य शैली इसी प्रकार की रही है। जिसकी जानकारी उक्त नगरीय निकायों से ली जा सकती है। शिकायतकर्ता ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर शिकायत झूठी पाई जाती है तो, मेरे खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाये।