शहडोल जोन में कहीं शहडोल, तो कहीं उमरिया व अनूपपुर अव्वल : स्मार्ट पुलिसिंग वर्ष 2021
(शुभम तिवारी)
शहडोल। वर्ष 2021 में व्यवसायिक पुलिसिंग अर्थात् Smart Policing के अंतर्गत शहडोल ज़ोन के जिला शहडोल, उमरिया और अनूपपुर का स्वच्छ और स्वस्थ मूल्यांकन किया गया। यद्यपि यह एक प्रतिस्पर्धात्मक मुकाबला था, परंतु इस प्रयास से प्रत्येक जिले द्वारा अर्जित सर्वश्रेष्ठ कार्यवाही से एक-दूसरे से प्रेरित होकर सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट बनने का मंत्र फूंका गया है। अतः यहां सभी जिलों की अलग-अलग विषयों में वहां के पुलिस अधीक्षकों की व्यवसायिक उत्कृष्टता का महिमा-मंडन है।
वर्ष 2021 में कुल पंजीबद्ध अपराधों के निराकरण के अंतर्गत शहडोल ने सर्वाधिक चालान (91%) माननीय न्यायालय में लगाकर बाज़ी मारी है। इसी क्रम में सबसे कम खात्मा और खारिजी में उमरिया ने उत्कष्टता हासिल की है, इनका खात्मा 3.2% खारिजी 1.4% रहा है। गंभीर अपराधों में शहडोल द्वारा सर्वाधिक चालान का प्रतिशत हासिल किया है, जो 91% है, साथ ही सबसे कम अपराध लंबित है, जो कि 6.7% है। वहीं अनूपपुर द्वारा गंभीर अपराधों में सबसे कम खात्मा दर्ज किया है, जो 1.1% है। साधारण अपराधों के निराकरण में अनूपपुर द्वारा माननीय न्यायालय में सर्वाधिक चालान प्रस्तुत किए हैं, जो 93.3% हैं। अनूपपुर में सबसे कम साधारण अपराध लंबित हैं, जो 2.3% है। अनूपपुर और उमरिया में इस संदर्भ में खात्मा एवं खारिजी का प्रतिशत शून्य है। SC-ST Act के अपराधों के निराकरण में उमरिया द्वारा सर्वाधित चालान प्रतिशत दर्ज किया है, जो 91.8% है और लंबित अपराधों का प्रतिशत सबसे कम रहा है जो 8.2% है। महिला संबंधी अपराधों के निराकरण में शहडोल द्वारा सर्वाधिक चालानों का प्रतिशत दर्ज किया है, जो 89% है और मात्र 2.5% अपराध ही लंबित रहे हैं। उमरिया में सबसे कम खारिजी दर्ज हुई है, जो कि 6.6% है तथा अनूपपुर में इस शीर्ष में खात्मा प्रतिशत शून्य रहा है।
चिन्हित अपराधों के निराकरण में शहडोल द्वारा सर्वाधिक चालान माननीय न्यायालय पेश किए गए हैं, जो कि 96% है, साथ ही माननीय न्यायालय से सर्वाधिक दोषसिद्धि दर्ज हुई है, जो कि 100% है। सूदखोरों के विरुद्ध दर्ज प्रकरणों के निराकरण में शहडोल द्वारा सर्वाधिक चालान माननीय न्यायालय में पेश किए गए हैं जो कि 75% है तथा सबसे कम अपराध 25% लंबित हैं। सूदखोरी के विरुद्ध कार्यवाही में अनूपपुर द्वारा सूदखोरों से सर्वाधिक राशि जप्त की गई है, जो कि रुपये 54,73,510/- है। खनन माफिया के विरूद्ध कार्यवाही में सर्वाधिक अपराध शहडोल में दर्ज हुए हैं, जो कि 237 है तथा अवैध उत्खनन एवं परिवहन में प्रयुक्त सर्वाधिक वाहन (294) शहडोल में जप्त किए गए हैं। सर्वाधिक अवैध रेत (2971 घनमीटर) उमरिया में जप्त किया गया है। पंजीबद्ध मर्ग एवं उनके निराकरण में अनूपपुर द्वारा मर्ग जांच उपरांत सर्वाधिक अपराध दर्ज करने का प्रतिशत हासिल किया है जो कि 32.1% है तथा सबसे कम मर्ग नस्तीबद्ध एवं लंबित प्रकरण रहे, जो कि 67.8% है।
विगत वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक कमी शहडोल में दर्ज हुई है, जो कि 1.2% है। इसी प्रकार, दुर्घटनाओं में मृतकों एवं घायलों की संख्या में सर्वाधिक कमी अनूपपुर में दर्ज हुई है, जो कि क्रमशः 21.6% एवं 20.4% है। IRAD App में सड़क दुर्घटनाओं की सर्वाधिक डेटा इंट्री शहडोल द्वारा की गई है, जो कि 610 है।
लघु अधिनियम के अंतर्गत अनूपपुर द्वारा विगत वर्ष 2020 की तुलना में सर्वाधिक वृद्धि हुई है, जो कि 11.1% है। विगत वर्ष की तुलना में NDPS Act के अंतर्गत सर्वाधिक कार्यवाही में वृद्धि अनूपपुर में की गई है जो कि 56.3% है। प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के क्षेत्र में विगत वर्ष की तुलना में सर्वाधिक वृद्धि शहडोल में हुई है, जो कि 14% है। गुम अवस्क बालक एवं बालिकाओं की सर्वाधिक दस्तयाबी शहडोल में की गई है, जो कि 76.5% है। गिरफ्तारी वारंटों की तामीली में उमरिया द्वारा सर्वाधिक तामीली दर्ज की गई है, जो कि 66.6% है। स्थायी वारंट के क्षेत्र में शहडोल द्वारा सर्वाधिक तामीली दर्ज की गई है, जो कि 26% है।
सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों का निराकरण उमरिया में सर्वाधिक हुआ है, जो कि 97.4% है। समाधान ऑनलाईन की शिकायतों का निराकरण शहडोल में सर्वाधिक हुआ है, जो 97% है। जनता विरुद्ध जनता की शिकायतों का निराकरण अनूपपुर द्वारा सर्वाधिक किया गया है, जो कि 94.8% है। इसी प्रकार, जनता विरुद्ध पुलिस शिकायतों का निराकरण शहडोल में सर्वाधिक हुआ है, जो कि 86% है। तीनों पुलिस अधीक्षकों के व्यवहार एवं कार्य कुशलता से जनता में संतुष्टि का स्तर उत्कृष्ट पाया गया।
शहडोल जोन के सभी पुलिस अधीक्षकगणों ने अपने-अपने जिलों में Smart पुलिसिंग अर्थात् व्यवसायिक पुलिसिंग के क्षेत्र में कुशल नेतृत्व, सूझबूझ और कर्तव्य-परायणता का परिचय दिया है, जो कि वर्षभर के उनके कार्यकाल में प्रबल रूप से परिलक्षित हुआ है। यहां यह उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक अनूपपुर और उमरिया को 31 दिसम्बपर 2021 की स्थिति में अपने जिले में एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण नहीं हुआ है। अतः इन उत्कृष्ट कार्यों में इनसे पूर्व के पुलिस अधीक्षक या प्रभारी पुलिस अधीक्षक भी बधाई के पात्र हैं।
सभी पुलिस अधीक्षकगणों को यह सुझाव दिया गया कि वो अपनी-अपनी व्यवसायिक दक्षता का S.W.O.T. {Strengths (ताकत), Weaknesses (कमजोरी), Opportunities (अवसर) & Threats (धमकियां)} Analysis करते रहें और एक-दूसरे के उत्कृष्ट कार्यों से प्रेरित हों। इस प्रकार, वे देशभक्ति और जनसेवा सही अर्थों में प्रतिपादित कर सकेंगे। उपरोक्त संदर्भ में सुप्रसिद्ध कवि संत कबीरदास जी का यह दोहा अनुकरणीय है :
दोस पराए देखि करि, चला हसन्त हसन्त.
अपने याद न आवई, जिनका आदि न अंत.
अर्थात् – दूसरों की कमियों पर सब हंस लेते हैं, लेकिन अपनी कमियों पर कोई ध्यान ही नहीं देता, जिनका कोई अंत ही नहीं है. इसलिए दूसरों की कमियां गिनने से अच्छा है कि अपनी ख़ामियों को दूर किया जाए.
—–