आदिवासी युवक को मोहरा बनाकर गढ़ी अपहरण और मारपीट की कहानी, अक्षय ने कहाँ घटना की सच्चाई कुछ और प्रकरण की गंभीरता पूर्वक जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्यवाही करने की कि मांग देखें वीडियो…..
आदिवासी युवक को मोहरा बनाकर गढ़ी अपहरण और मारपीट की कहानी, अक्षय ने कहाँ घटना की सच्चाई कुछ और प्रकरण की गंभीरता पूर्वक जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्यवाही करने की कि मांग देखें वीडियो…..
कटनी। स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तेवरी निवासी एक आदिवासी युवक ने अपने शरीर पर उभरे जख्मों को दिखाते हुए समाचार पत्रों और सोशल मिडिया पर रविवार को दिन भर सुर्खिया बटोरी, लेकिन cctv वीडियो फुटेज वायरल होनें के बाद कहानी कुछ और ही व्या हों रही है। इस मामले को लेकर अजाक थाने एवं कटनी अल्प प्रवास पर आए सीडब्ल्यूसी मेंबर पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल से भी इसकी शिकायत की गईं। इस मामले में अब नया मोड़ आ चुका है। जिस शराब ठेकेदार के पुत्र के ऊपर आदिवासी युवक ने अपहरण कर मारपीट करने का आरोप लगाया उसने अपने कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज साझा कर घटनाक्रम की कुछ और सच्चाई ही व्या कर रही है। जिसमे ना तों मारपीट की जा रही और ना ही युवक के साथ किसी तरह की अभद्रता की गईं।
व्यापारिक लड़ाई में आदिवासी युवक को बनाया मोहरा
, युवक ने लगाया था यह आरोप
सुनील सिंह पिता कल्याण सिंह ठाकुर ने आरोप लगाते हुए यह बताया कि मैं आदिवासी हूँ मेरे को अक्षय असाटी उर्फ गुल्ली ने काम करवाने के लिए बुलवाया था। लेकिन मेरे घर में काम होने के कारण मैं नहीं गया। 21 सितंबर की रात घर के पास से बुलेरो सफेद कलर की गाड़ी में अक्षय असाटी उर्फ गुल्ली एवं राजुल असाटी अन्य तीन लोग द्वारा मेरे को रिवाल्वर अड़ाकर जबरजस्ती गाड़ी में बैठाकर अपने आफिस ले गए और वहां पर मेरे साथ बेल्ट एवं डण्डों से मारपीट की। उक्त लोगों ने उसे धमकाते हुए कहा कि अगर तू काम में नहीं आया तो गांव में रहने नहीं देंगे। सुनील ने यह भी आरोप लगाया कि मेरे से पैर भी घुलवाये तथा पैर चटवाये, मॉफी मगवाऐ साथ ही मेरे साथ मारपीट करते रहे जैसे ही मुझे मौका मिला मैं उनके चंगूल से जान बचाकर भाग निकला। आदिवासी युवक के साथ मारपीट करने के आरोपों के साथ शराब ठेकेदार मंचू असाटी के पुत्र अक्षय असाटी उर्फ गुल्ली ने मीडिया को सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराते हुए कहा कि तेवरी के शराब ठेकेदार दिगपाल जायसवाल वर्तमान में शराब का ठेका चलते हैं। मेरे पिता मंचू असाटी भी शराब के ठेकेदार हैं। व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के कारण ही दिगपाल ने अपने कर्मचारी सुनील को आगे करके मारपीट की यह झूठी कहानी गढ़ी। जबकि वास्तविकता तो यह है कि सुनील खुद 21 सितंबर की रात लगभग 9:30 बजे ऑफिस आया और वहां के कर्मचारी एक बुजुर्ग सोनी दादा के साथ अभद्रता पूर्वक व्यवहार करते हुए गाली गलौज की थी। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है। अक्षय असाठी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन से प्रकरण की गंभीरता पूर्वक जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।