आचार संहिता के दौरान कटनी में हंगामा, CSP पर लगा अमर्यादित भाषा उपयोग करने का आरोप, कचहरी चौक में की गई नारे बाजी,करवाई की की गई मांग

आचार संहिता के दौरान कटनी में हंगामा, CSP पर लगा अमर्यादित भाषा उपयोग करने का आरोप, कचहरी चौक में की गई नारे बाजी,करवाई की की गई मांग
कटनी। कटनी में कचहरी चौक में भारी भीड़ के साथ गहमा गहमी रही। सवाल यह कि आखिर यह आक्रोश उभरा कहाँ से इस बारे में कचहरी चौक में धरना देने पहुंचे टेंट व्यवसायीयों ने बताया कि इसके पीछे कटनी में नगर पुलिस अधीक्षक का अमर्यादित व्यवहार तथा अभद्र भाषा जिम्मेदार है। विगत दिनों एक डीजे संचालक पर कार्रवाई को लेकर जब कुछ डीजे वाले व्यवसायी सीएसपी से मिलने पहुंचे तो उनका व्यवहार बेहद अमर्यादित था। इसी तरह एक दिन पहले प्रशासन ने टेंट डीजे और दुर्गा समितियों की बैठक बुलाई इस बैठक में भी सीएसपी ने सब के मोबाइल फोन रख लिए उसके बाद बातचीत के दौरान बेहद आपत्तिजनक शब्दों का भरी बैठक में उपयोग किया था। प्रदर्शन करने वालों का कहना था कि यह आरोप उसी के बाद भड़का ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर टेंट डीजे वाले सड़क पर उतरने को मजबूर हुए।
आपको बता दें कि चुनाव आचार संहिता क्या लगी प्रशासन के हाथों मानों आपात काल लग गया यह कहना है कटनी के टेंट लाइट एसोसिएशन डीजे संचालक एवं दुर्गा समितियों का। दरअसल इन लोगों को आचार संहिता का हवाला देकर प्रशासन बेवजह परेशान करने पर उतारू हो गया। यह आरोप के साथ समितियों के साथ टेंट लाइट एसोसिएशन व डीजे लाइट एसोसिएशन वाले कचहरी चौक पहुंच कर धरने पर बैठ गए। इन लोगों का कहना है कि त्योहार में ही उन्हें काम मिलता है। हर छोटे व्यवसायी को व्यापार का मौका मिलता है यही नहीं स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलते हैं लेकिन कटनी में पुलिस प्रशासन इसे आपात काल के रूप में प्रदर्शित कर शांतिपूर्ण शहर में उन्माद का वातावरण बानरहि है। कहीं दुर्गा समितियों को रोका जा रहा तो कहीं टेंट वालों को परमिशन के लिए भटकाया जा रहा नियमों की दुहाई देते बीती रात रंगनाथ थाने की पुलिस ने एक डीजे जप्त कर लिया यह गरीब लोगों पर प्रशासन का गैरकानूनी डंडा है।
टेंट लाइट वालों ने कहा कि अगर कटनी में प्रशासन विशेष तौर पर कतिपय पुलिस अधिकारी यह टेंट वालों डीजे वालों को परेशान करना बंद नहीं करते तो टेंट वाले मजबूरी में न सिर्फ त्योहार से दूर हो जाएंगे वरन मतदान अर्थात चुनाव का भी बहिष्कार करने पर मजबूर होंगे बहरहाल समाचार लिखे जाने तक यहां हंगामा मचा था।