राजनीति के बाद कारोबार में फेल होते ही वर्क आर्डर किया निरस्त

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ओरियंट पेपर मिल ने मेसर्स गौरव टेक्निका प्राइवेट लिमिटेड को जारी किया विभागीय पत्र

शहडोल। देश की ख्याति प्राप्त कागज कारखाने ओरियंट पेपर मिल के प्रबंधन ने मेसर्स गौरव टेक्निका प्राइवेट लिमिटेड के संचालक लालजीत सिंह का वर्क आर्डर निरस्त करने के आदेश जारी किये गये हैं, प्रबंधन द्वारा जारी यह पत्र मिल के सूचना पटल में चस्पा किया गया है और इसके साथ ही यह पत्र सोशल मीडिया में भी जमकर वॉयरल हो रहा है, मिल प्रबंधन ने जारी पत्र में यह उल्लेख किया है कि संस्थान द्वारा रॉ मटेरियल विभाग में वुड डिबाकिंग मशीन के संचालन हेतु आपसी सहमति के आधार पर वर्कआर्डर दिया था। जिसकी वैधता 31 मार्च 2024 तक थी, लेकिन तय शर्तों का पालन न करने के कारण यह कदम उठाया गया हैं।

सुधार की जगह विवाद

मिल प्रबंधन ने जारी पत्र में यह भी उल्लेख किया कि मौखिक रूप से कई बार लालजी सिंह को अवगत कराया गया, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं किया गया, पूर्व में भी 27 जनवरी को एक पत्र प्रेषित किया गया था, लेकिन सुधार न होने के कारण प्रबंधन को आर्थिक क्षति हो रही थी, जिस कारण वर्कआर्डर क्रमांक 4030001429 को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है। यह भी बताया गया कि बीते 6 महीनों से लगातार मिल में विवाद की स्थिति निर्मित हो रही थी, जिसके पीछे उक्त फर्म के संचालकों का ही हाथ था, मजदूरों को मिल से पूरा पारिश्रमिक लेने के बाद भी अधूरा वेतन देना, उनके काम के घंटो को अनावश्यक बढ़ाना और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करवाना, जैसे कई मामले भी पूर्व में सामने आ चुके हैं, जिस कारण स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी थी।

राजनीति-कारोबार दोनों में फेल

नगर परिषद बकहो के उपाध्यक्ष और पिता विधायक प्रतिनिधि के द्वारा ही उक्त फर्म संचालन किया जाता है, फर्म के माध्यम से कागज कारखाने को और राजनीति के माध्यम से पूरे नगर परिषद को हमेशा किसी न किसी कारण विवादों में ही रखा गया है, यह भी बताया गया कि नगर परिषद के चुनाव के दौरान भाजपा की टिकट पर लालजी के पुत्र वैभव विक्रम ने पार्षद का चुनाव जीता और फिर पार्टी से बगावत कर ली, संगठन को नीचा दिखाकर उसके खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन कुछ समय बाद ही जिसे साथ लेकर अध्यक्ष बनाया, उसके भी खिलाफ खड़े हो गये, परिषद में बीते दो वर्षाे के दौरान नगर का विकास में पिछडऩे व हर दिन नया विवाद सामने आने के पीछे भी इसी फेल राजनीतिज्ञों को ही श्रेय जाता है।

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