भृष्ट लैम्पस प्रबंधक, लोकायुक्त के छापे के बाद भी जुगाड़ से उसी पद पर

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भृष्ट लैम्पस प्रबंधक, लोकायुक्त के छापे के बाद भी जुगाड़ से उसी पद पर

मामला शहडोल के चन्नौड़ी स्थित विपणन सहकारी समिति के लैम्पस प्रबंधक कमलेश श्रीवास्तव का
( शम्भू यादव @ 9826550631)

शहडोल । जिस पड़ पर रहते हुए भ्रष्टाचार से कमाई गई करोड़ो की अवैध के मामले में लोकायुक्त की 25 सदस्यीय टीम में आज से करीब 4 साल पहले बुढ़ार के निवासी और चन्नौड़ी स्थित विपणन सहकारी समिति के लैम्पस प्रबंधक कमलेश श्रीवास्तव के खिलाफ कार्यवाही की थी …..कार्यवाही के कुछ महीनों बाद ही लोकायुक्त पुलिस और जिला संयुक्त कार्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों की कृपा पर कमलेश फिर उसी पद पर आसीन हो गए….

चन्नौड़ी स्थित विपणन सहकारी समिति के लैम्पस प्रबंधक कमलेश श्रीवास्तव के बुढ़ार स्थित घर पर बीते वर्षाे में लोकायुक्त रीवा की टीम ने छापामार कार्यवाही की थी, जिसके बाद उन्हें पद से पृथक कर दिया गया था, नियमत: कमलेश को पुन: उसी पद पर, उसी जगह बिना जांच पूरी हुए नियुक्ति नहीं देनी थी, सहकारिता विभाग के संभाग में बैठे अधिकारी डी.आर. परते से सांठ-गांठ कर कमलेश श्रीवास्तव पुन: कुछ महीनों बाद ही उसी पद पर काबिज हो गये, खबर तो यह भी उठी की उसने शहडोल से लेकर लोकायुक्त टीम तक की जमकर सेवा की, जिस कारण यह मामला अटका दिया गया है और साहब पुन: मलाई बटोरने में लगे हैं। इधर बीती 25 मार्च को पुन: चन्नौड़ी ग्राम के ग्रामीणों द्वारा एसडीओपी बुढ़ार सहित पुलिस, सहकारिता, लोकायुक्त विभाग के अधिकारियों के अलावा मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन को पूरे मामला का हवाला देते हुए शिकायत भेजी गई है, जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।
फिर पुराने ढर्रे पर कमलेश
शिकायत में इस बात का उल्लेख किया गया है कि कथित अधिकारी 20 से अधिक वर्षाे से यहां पदस्थ है और उसके द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित की गई है, लोकायुक्त में रंगेहाथों गिरफ्तार होने के बाद दोबारा उसी पद पर कैसे काबिज हो गये, यह भी जांच का विषय है, शिकायत में यह भी लिखा गया है कि कमलेश श्रीवास्तव चन्नौड़ी क्षेत्र के दर्जनों किसानों के नाम पर फर्जी पंजीयन कर धान खरीदी में गड़बड़ झाला कर रहे हैं, उन्होंने यहां अन्य नामों से हार्डवेयर की दुकान व कई फर्में संचालित की हुई हैं।
प्रताडि़त किसान ने की थी खुदकुशी

         ( यह हुआ था 25 मार्च 2015 को)

करोड़पति निकला लैंप मैनेजर

लोकायुक्त की 25 सदस्यीय टीम आदिम जाति सेवा सहकारी समिति चन्नौड़ी के प्रबंधक निवास पर दी दबिश

शहडोल.आदिम जाति सेवा सहकारी समिति चन्नौड़ी के प्रबंधक के बुढ़ार स्थित निवास पर लोकायुक्त टीम ने दबिश दी लोकायुक्त की 25 सदस्यीय टीम की यह कार्रवाई 25 march 2015 दिन बुधवार की अलसुबह लगभग ५ बजे के आसपास की गई।

लोकायुक्त डीएसपी देवेश पाठक के नेतृत्व में लैम्पस प्रबंधक कमलेश श्रीवास्तव निवासी अरिहंत बिहार कॉलोनी बुढ़ार के समीप घर में छापा मारते हुए कार्रवाई की गई। इससे आसपास के लोगों में भी हड़कंप की स्थिति बन गई थी।

एक साल पहले से चल रही थी जांच

लैम्पस प्रबंधक के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति की शिकायत एक साल पहले की गई थी। जिसकी जांच लगातार चल रही थी। इस बात की जानकारी खुद प्रबंधक को थी। जिस कारण वह पहले से ही सतर्क हो गया था।

बताया जा रहा है कि जो संपत्त्ति उसके यहां मिली है, उससे कहीं ज्यादा की संपत्ति की शिकायत लोकायुक्त से की गई थी।

लाखों का सोना, बेशकीमती जमीनें मिली थी

लैंप्स प्रबंधक के पास लाखों का सोना और बेशकीमती जमीनें मिली थी। इसके अलावा उनके पास पांच लाख नगदी के साथ नेमूहा, चन्नौड़ी बुढ़ार में जमीने और घर मिले थे।

नेमूहा में हार्डवेयर की दुकान का भी संचालन मिला था, छापामार कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त पुलिस को 11 बैंक खाते भी मिले । 

इसी प्रकार कार्रवाई के दौरान टीम को करीब आधा किलो सोना-चांदी के जेवरात भी मिले हैं। इसके अलावा तीन आलीशान गाडिय़ां भी लोकायुक्त को जांच के दौरान संदिग्ध रूप में मिली थी।

लोकायुक्त पुलिस ने तत्समय बताया कि लैंप्स प्रबंधक के पास पांच स्थानों पर बेशकीमती जमीने भी मिली है। कार्रवाई के बाद लोकायुक्त टीम का अनुमान है कि प्रबंधक के पास लगभग ५ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति होगी।

 

 

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