सचिव ने रिश्तेदारों को ही बना दिया मजदूर?

ग्राम पंचायत में मजदूरी के नाम हुआ खुला भ्रष्टाचार
(Amit Dubey-8818814739)
अनूपपुर। मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए उन्हें गाँव में ही रोजगार उपलब्ध कराने की गारण्टी प्रदान करने वाली योजना के क्रियान्वयन में जिले में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है। इसका पंचायत के ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज निर्माण कार्यों तथा उनके लिए जारी मस्टर पर रोजगार प्राप्त कर रहे मजदूरों का फील्ड पर जाकर सत्यापन करने से उजागर हो सकता है। जिले की अनूपपुर जनपद की मलगा पंचायत में जिन लोगों के नाम से मजदूरी निकाली गई है, विभाग अगर चाहे तो पंचायत द्वारा की गई भ्रष्टाचार की इबारत को एक बार में ही सामने ला सकता है। जिन निर्माण कार्याे में उक्त मजदूरों का उल्लेख किया गया है, सूत्रों की माने तो मौके पर उनमें से एक भी श्रमिक ने कार्य नहीं किया। सूत्रों का कहना है कि अधिकारी अगर चाहें तो धरातल पर जाकर सच्चाई को उजागर करने के लिए ग्रामीणों से ग्राम पंचायत के ऑंनलाइन डाटा का सत्यापन करा सकते हैं।
सरपंच ने खुद माना ठेके पर निर्माण कार्य
ग्राम पंचायत मलगा के सरपंच दुलीचंद धनवार से जब उक्त मजदूरों के संबंध में बात की गई तो उनका कहना है क पंचायत में एक कोई ब्राम्हण परिवार मजदूरी नहीं करता है, लेकिन जब उन्हें प्रियंका शुक्ला, प्रेमवती पाण्डेय, वर्षा शुक्ला, राकेश पाण्डेय, विद्याराम पाण्डेय, रोहित कुमार, कृष्णकांत शुक्ला के बारे में पूछा गया तो उनके सुर बदल गये और उन्होंने कहा शायद पुलिया निर्माण में इन लोगों ने काम किया है।
क्या सचिव के हैं रिश्तेदार
खबर है कि प्रियंका शुक्ला, प्रेमवती पाण्डेय, वर्षा शुक्ला, राकेश पाण्डेय, विद्याराम पाण्डेय, रोहित कुमार, कृष्णकांत शुक्ला उक्त सभी लोगों कहीं न कहीं से पंचायत के सचिव के रिश्तेदार हैं, मजे की बात तो यह है कि उक्त लोगों द्वारा पंचायत में किसी प्रकार की मजदूरी नहीं की गई है, सूत्र बताते हैं कि पूर्व में भी सचिव द्वारा कई प्रकार के भ्रष्टाचार पंचायत में खुलेआम किये हैं, लेकिन जिम्मेदारों ने इस ओर से आंखे मूंद रखी हैं।
रोजगार सहायक कर रहे खिलाफत
पंचायत में भ्रष्टाचार के लिए रोजगार सहायक ने कई बार आवाज उठाने का प्रयास किया, सूत्रों की माने तो ग्राम पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक दीपक कुमार धनवार से ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव द्वारा हमेशा दूरी बनाकर रखी जाती है, जिससे उनके द्वारा किये जा रहे कार्याे पर पर्दा डला रहे, खुद रोजगार सहायक का कहना है कि ब्राम्हण परिवार के लोगों द्वारा किसी प्रकार की पंचायत में मजदूरी नहीं की गई है।
इनका कहना है…
मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है, मामले जांच कर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
अरूण भारद्वाज
सीईओ
जनपद पंचायत, अनूपपुर