…..आखिर किसके ऊपर तय होगी 20 लाख पौधों को रौंदने की जिम्मेदारी, सीईओ ने नर्सरी के ऊपर खेल मैदान बनाने पर लगाई रोक
Ajay Namdev-7610528622
बीस लाख की लागत से लगाये गये फलदार वृक्षों को जेसीबी से रौंदवा दिया गया, पूर्व सीईओ को पंचायत की जिम्मेदारों ने पहले यहां काम न करवानेे की बात कही, लेकिन चोरी छुपे मस्टर जारी हुये और फिर फर्जी हाजरी का खेल खेला गया जिसे सीइओ ने पकडा और नोटिस जारी किया लेकिन अभी तक यह जिम्मेदारी तय नहीं की गई कि बीस लाख की लागत से लगे जिंदा पौधों को जमीदोज किसने और क्यों किया।
अनूपपुर। जनपद से लेकर जिला पंचायत के सीईओ और अन्य कर्मचारियों का खुद को खास बताने वाले बरगवां के कथित सरपंच व रोजगार सहायक लगातार सरकारी धन की होली खेल रहे हैं लेकिन जिला पंचायत के अधिकारियों से मधुर संबंधो के कारण उनके खिलाफ कार्यवाही की हर फाइल यहां आकर रूक जाती है। बीते वर्ष पंचायत में हुये शौचालय घोटाले में सरपंच व सचिव के द्वारा भ्रष्टाचार करने और शासकीय राशि गबन करने की जिम्मेदारी तय हुई थी तत्कालीन सचिव रावेन्द्र व सरपंच रूनिया बाई को पद से हटा दिया गया था व उनसे रूपये वसूली करने के आदेश दिये गये थे लेकिन मामला न्यायालय में पहुंचा और जिला व जनपद पंचायत की ओर से माननीय न्यायालय में पक्ष रखने में जानबूझकर लापरवाही की गईऔर पद से एक बार फिर बिना लाखों की वसूली किये भ्रष्टाचार की खुली छूट दे दी गई। नया मामला बीस लाख के लागत से बनी नर्सरी को रौंदने व मनरेगा में जेसीबी से कार्य कर फर्जी मस्टर रोल भरने का है जिसकी गडबडी सीईओ ईमरान सिद्धीकी ने पकडी है और रोजगार सहायक से जवाब मांगा है।
समूहों ने रौपें थे पौधे
वर्तमान सरपंच रूनिया बाई के पूर्व कार्यकाल के दौरान ग्राम विकास प्रस्फूटन समूहों द्वारा चार अलग-अलग अवधियों में पांच-पांच लाख रूपये की पंचायत के द्वारा स्वीकृत कर प्रदान की गई राशि से यहां फलदार पौधें लगवाये गये थे, जेसीबी से रौंदने से पूर्व सैकडों फलदार पौधे लगे थे जिनके निशान आज भी मौके पर मौजूद है। जिंदा पौधों की परवाह किये बगैर सरपंच व रोजगार के निर्देशन में यहां जेसीबी चलवाई गई। जिसकी शिकायत और विडियों जिला पंचायत के सीईओ सलोनी सिडाना को ग्रामीणों द्वारा उसी समय दिये गये थे लेकिन न तो मामले की जांच की गई और न ही मनरेगा में मशीन चलाने के संबंध में कोई पूछपरख हुई।
अब भर रहे फर्जी मस्टर
12 फरवरी को जनपद सीईओ ईमरान सिद्धीकी ग्राम बरगवां पहुंचे लेकिन जिस स्थल पर खेल मैदान का निर्माण बताया जा रहा है जहां पर चार दिन पहले चली जेसीबी के निशान मौजूद हैं वहां दर्जन भर मजदूरों को खडे कर कार्य करना बताया गया। जबकि मस्टर में 52 मजदूरों को नियोजित किया जाना था। 12 फरवरी पहले भी जिन लोगों के नाम मस्टर में भरे जा रहे हैं वे सभी फर्जी ही हैं। केवल खेल मैदान ही नहीं बल्कि बीते सप्ताह मेढ बंधान और उससे पहले समशान घाट में फर्जी तरीके से पंचों को उपकृत करने के लिये फर्जी हाजरी लगाकर राशि आहरण की जा रही है जिसकी पुष्टि सिर्फ भुगतान ले रहे साहूकारों के नामों से की जा सकती है।
टीएस कहीं का, निर्माण कहीं
बुधवार को जैतहरी जनपद व उक्त पंचायत के उपयंत्री इन्द्रजीत पटेल ने जनपद सीईओ को पत्र लिखकर अवगत कराया कि बरगवां के वार्ड क्रमांक 12 में सरपंच व सचिव द्वारा खाली जगह दिखाकर टीएस कराया गया था एवं बाद में अन्यंत्र जगह पर बिना मेरे जानकारी के, बिना ले- आउट किये ही कार्य कराये जाने लगा जिसकी जानकारी मुझे सीईओ के मौके पर जाने के बाद लगी।
…जांच तक बंद करो कार्य
12 फरवरी को जनपद सीईओ ईमरान सिद्धीकी के द्वारा फर्जी मस्टर रोल भरने की गडबडी पकडे जाने के बाद रोजगार सहायक प्रतिमा डे को नोटिस जारी किया। बुधवार को उपयंत्री ने बिना ले-आउट के कार्य करने की लिखित जानकारी दी, जिसके बाद जनपद सीईओ ने सरपंच व रोजगार सहायक को उपयंत्री के प्रतिवेदन के आधार पर कार्य स्थल की उपयुक्ता की जांच होने तक कार्य बंद करने के आदेश दिये।