पत्रकार प्रताडऩा मामले में टीआई को किसका संरक्षण..?

राज्यपाल और मुख्यमंत्री के समक्ष खोली जाएगी भ्रष्ट व्यवस्था की पोल

शहडोल। बीते दिनों जिले के गोहपारू थाना प्रभारी द्वारा झूठी शिकायत के आधार पर वरिष्ठ पत्रकार के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर लिए जाने के मामले में पुलिस प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। जबकि इस संबंध में मंत्री से लेकर संत्री तक ज्ञापन दिए जा चुके हैं और ज्ञापन के माध्यम से गोहपारू थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही की जो मांग की गई थी वह अभी तक ठंडे बस्ते में है। लिहाजा अब मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा अमरकंटक प्रवास के दौरान महामहिम राज्यपाल तथा उमरिया प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष काली पट्टी लगाकर विरोध करने के साथ ही जिले की भ्रष्ट व्यवस्था की पोल खोलते हुए ज्ञापन सौंपकर जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की जाएगी। इस दौरान संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद अली, प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज द्विवेदी, प्रदेश सचिव दिनेश अग्रवाल, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य मेंहदी हसन, संभागीय अध्यक्ष अजीत मिश्रा व तीनो जिला स्तर के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ शहडोल जिला इकाई द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है। गोहपारू थाना प्रभारी द्वारा बगैर किसी प्रकार की जांच व वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दिए बिना ही वरिष्ठ पत्रकार अनिल द्विवेदी के ऊपर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। ऐसे थाना प्रभारी की मनमानी कार्यशैली से कोई भी पत्रकार समाज के समक्ष सच नहीं परोस सकेगा। अत: ऐसे थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर संघ द्वारा प्रभारी मंत्री से लेकर पुलिस के आला अधिकारियों तक ज्ञापन सौंपा गया। किंतु अभी तक पुलिस प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है। इससे स्पष्ट होता है कि गोहपारू थाना प्रभारी को विभाग के उच्च अधिकारी संरक्षण दिए हुए हैं। यही वजह है कि अब संघ द्वारा 22 फरवरी को अमरकंटक प्रवास के दौरान महामहिम राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा, साथ ही 24 फरवरी को उमरिया प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की जाएगी।