भ्रष्टाचार छुपाने के लिए जांच पहले फिर लगा दिया फर्सीकरण का काम@ सीईओ ने मूंदी आंखे
(सीताराम पटेल+91 99779 22638)
अनूपपुर। जनपद पंचायत जैतहरी के ग्राम पंचायत बरगवां में महिला रोजगार सहायक व सरपंच की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है, जिला पंचायत सीईओ की मेहरबानी पर पंचायत में भ्रष्टाचार की गंगा बहाने की हरी झण्डी मिली हुई है, यह मनमानी और भ्रष्टाचार तथा प्रमाणित आरोपों की लंबी फेहरिस्त है, नया मामला वार्ड नंबर 8 में ओरियंट पेपर मिल की निजी स्वामित्व की भूमि पर फर्जी दस्तावेज लगाकर उसकी तकनीकी स्वीकृति और पंच परमेश्वर से फर्सीकरण किये जाने का मामला है, इनकी शिकायत पूर्व में हुई थी, लेकिन जिंप प जनपद सीईओ ने कोई कार्यवाही नहीं की, या सब जानते हुए भी आंखे मूंद ली, बीते सप्ताहों में पुन: फर्सीकरण का कार्य स्टीमेट से हटकर कराने व भ्रष्टाचार करने की शिकायत स्थानीय पंचों द्वारा की गई थी, खबर है कि इसके बाद आगामी 24 तारीख को सीईओ द्वारा पंचायत के रोजगार सहायक को अपना पक्ष रखने की तिथि नियत की गई थी।
फिर चढ़ा दी भ्रष्टाचार की लेयर
ग्रामीणों ने बताया कि फर्सीकरण में किये गये भ्रष्टाचार को छुपाने और सीईओ के समक्ष पेशी में उपस्थित होने से पहले रविवार को रोजगार सहायक द्वारा यहां पुन: काम लगवाया गया, ताकि भविष्य में होनी वाली किसी जांच से बचा जा सके, सवाल यह उठता है कि जब एक बार चालू करने के बाद पूरा हो गया, बिलों के भुगतान हो गये, मजदूरों को भुगतान हो गया, इसमें किये गये भ्रष्टाचार की शिकायत हो गई और जांच टीम मौके पर आने वाली है, ऐसी स्थिति में भ्रष्टाचार छुपाने के लिए दोबारा काम लगाने की अनुमति व हरी झण्डी रोजगार सहायक को किसने दी, नगर सहित अंचल में चर्चा है कि रोजगार सहायक जिला पंचायत सीईओ से सीधे संबंधों का दावा करती हैं और उन्हीं के द्वारा मिले प्रश्रय के बाद भ्रष्टाचार को छुपाने की कवायत की गई, रोजगार सहायक के दावों को इस बात से भी बल मिलता है कि जब-जब ग्रामीणों और स्थानीय पंचों ने खुले रूप से हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत जिंप सीईओ से की, हर बार सीधे कार्यवाही न होकर मामले को दबाने या जांच में उलझाने का काम किया गया।
यदि जिंप सीईओ लोक सेवक के रूप में अपने कार्य पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं तो रविवार को दोबारा हुए फर्सीकरण के कार्य का भौतिक सत्यापन कराकर अपनी स्थिति साफ की जा सकती है, अन्यथा आम जनता यही समझेगी की रोजगार सहायक के साथ जिंप सीईओ भी भ्रष्टाचार की गंगा में डुबकी लगा रही हैं।