शहडोल संसदीय क्षेत्र से प्रमिला सिंह का नाम पहुंचा मुख्यमंत्री के पास

लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस में चल रहा मंथन
दूसरे दौर की बैठक 28 को
भोपाल। लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी कमर कस ली है, कांग्रेस में पहली बैठक में 15 सीटों की तैयारी को लेकर एक और सर्वे करा लिया है। क्षेत्र के चुनिंदा नेताओं की रायशुमारी और पर्चियों में दावेदारों के नाम लेकर यह सर्वे कराया गया है। इसमें आए नामों को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पास रखा है। सूत्रों के मुताबिक बैठकों में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने क्षेत्र के नेताओं को बिना बताए अप्रत्यक्ष रूप से संभावित प्रत्याशी का एक और सर्वे करा लिया है। इसमें पर्चियों के माध्यम से हर नेता से उनकी पसंद का नेता पूछा गया। ऐसी करीब डेढ़ सौ पर्चियां पीसीसी अध्यक्ष को मिल गई हैं। अब पार्टी द्वारा इसके बाद एआईसीसी से आए पर्यवेक्षकों को ये नाम सौंपे जाएंगे और जमीनी हकीकत का आकलन कराया जाएगा। दूसरे दौर की बैठक 28 फरवरी को होगी, जिसमें खजुराहो, सीधी और भिंड लोकसभा सीटों पर मंथन होगा।
इन नामों पर हुई चर्चा
पीसीसी ने रीवा, सतना, मंडला, शहडोल, सागर, दमोह, टीकमगढ़, होशंगाबाद, बैतूल, विदिशा, देवास, धार, मंदसौर, खरगोन और उज्जैन की सीटों पर बैठकें की हैं। सूत्र बताते हैं कि बैठकों में ली गई पर्चियों में जिन दिग्गजों के नाम आए हैं, उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा, रामकृष्ण कुसमरिया, मीनाक्षी नटराजन, आनंद अहिरवार, गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी व प्रतापभानु शर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक सुंदरलाल तिवारी, प्रमिला सिंह, कमलासिंह, संजीव उइके, राजकुमार पटेल, शैलेंद्र पटेल, निशंक जैन, मुकेश नायक, अभय मिश्रा, नरेंद्र नाहटा, सुभाष सोजतिया, पारस सकलेचा, सुरेंद्र चौधरी, प्रभु सिंह, रमेश पटेल व विजय सिंह सोलंकी आदि हैं।
नेताओं में न हो मनमुटाव
पीसीसी अध्यक्ष ने नेताओं को विश्वास में लेने के लिए पर्चियों पर उनके नाम नहीं लिखवाए, ताकि नेताओं के बीच मनमुटाव न हो। सूत्र बताते हैं कि पर्चियों में कुछ नेताओं ने दो या तीन नाम भी लिखे और कुछ नेताओं ने एक-एक नाम की पर्ची दी। कुछ सीटों पर दिग्गज नेताओं के नामों के साथ दूसरी और तीसरी लाइन के नेताओं के नाम भी सामने आए।