कुपोषण मुक्ति अभियान मे लापरवाही बर्दाश्त नहीं: कलेक्टर

तीन सुपरवाइजरों को कारण बताओ नोटिस
(Amit Dubey+8818814739)
शहडोल। आंगनबाड़ी केन्द्रों में व्याप्त भर्रेशाहियों और लापरवाहियों को कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य ने गंभीरता से लेते हुए कुपोषित बच्चों के मामले में सुपरवाइजरों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होने पोर्टल पर 50 प्रतिशत से कम इंट्री पाए जाने पर तिखवा, रसमोहनी तथा खन्नौधी सुपरवाइजरों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होनेे कहा कि बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के अभियान को प्राथमिकता से लें और किसी तरह की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। इस आशय के निर्देश उन्होने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित महिला बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय बैठक में दिए।
कुपोषित बच्चों को भर्ती कराएं
उन्होने कहा कि सभी आंगनवाड़ी सुपरवाइजर अपने.अपने क्षेत्रों का भ्रमण कर अति कुपोषित बच्चे एवं मध्यम कुपोषित बच्चों को चिन्हित करके पोषण पुनर्वास केंद्र भर्ती कराएं। जब तक वह ठीक नहीं हो जाते तब तक देखरेख करें। जब वह अति कुपोषित बच्चा पोषण पुनर्वास केंद्र में रहकर ठीक हो जाए तथा डिस्चार्ज होकर वह घर वापस जाए तो समय-समय पर उन्हें दूरभाष के माध्यम से उस बच्चे के संबंध में जानकारी भी प्राप्त करते रहें और आवश्यकतानुसार उनका फालोअप भी करें।
नोटिस जारी करने के निर्देश
बैठक में कलेक्टर ने अनमोल पोर्टल में पंजीयन की समीक्षा की। इस दौरान अति कुपोषित बच्चों की जानकारी संख्या के विरुद्ध पोर्टल में 50 प्रतिशत से कम एंट्री होने पर सुपरवाइजर तिखवा, खन्नौधी एवं रसमोहनी के विरुद्ध नोटिस जारी के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को दिए। इस दौरान कलक्टर ने पोषण ट्रैकर ऐप पर फीडिंग की स्थिति की जानकारी ली। जिसकी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ने माह मई 2022 में लिए गए वजन, लंबाई एवं उंचाई की परियोजनावार जानकारी दी।
भर्ती करा करें मॉनिटरिंग
पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बच्चों की जानकारी के स्थिति की समीक्षा करते हुए सुपरवाइजर को निर्देशित किया कि पोषण पुनर्वास केंद्र में का कोई भी बेड खाली नहीं होना चाहिए। समय.समय पर बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराएं। इस दौरान कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी बच्चों पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करा कर उनकी मॉनिटरिंग भी करें तथा माहवार रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर कार्यालय में भी भिजवाना सुनिश्चित करें जिससे कुपोषित बच्चों के संदर्भित सेवाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त हो सके। इसके साथ ही लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत लक्ष्य उपलब्धि की भी समीक्षा की तथा कार्य में और ज्यादा प्रगति लाने के निर्देश दिए जिससे हर एक लाडली लक्ष्मी कन्या को इस योजना का लाभ मिल सके तथा कोई भी पात्र हितग्राही इस योजना से वंचित ना रहे।