सिपाहियों पर टेंट व्यवसाई से मारपीट करने का लगा आरोप , नगर पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
टेंट व्यवसाई के साथ मारपीट मामले को लेकर बड़ी तादाद में व्यवसाई कोतवाली थाना पहुंचे, जहां नगर पुलिस अधीक्षक को सिपाहियों द्वारा व्यापारी के साथ हुई मारपीट को लेकर ज्ञापन दिया गया
सिपाहियों पर टेंट व्यवसाई से मारपीट करने का लगा आरोप , नगर पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
कटनी । कोतवाली थाना अन्तर्गत खिरहनी चौकी थाना क्षेत्र में सिपाहियों पर टेंट व्यवसाई से मारपीट करने का आरोप लगा है. इसे लेकर टेंट व्यवसाई एकत्र होकर कोतवाली थाने में जाकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नगर पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन सौंप विधि अनुसार कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं नगर पुलिस अधीक्षक ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है. घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के खरहनी चौकी अन्तर्गत की है
दरअसल कोतवाली थाना अन्तर्गत खरहनी चौकी
क्षेत्र निवासी टेंट व्यवसाई विनोद जायसवाल का आरोप है कि वे बीती रात्रि लगभग 10 बजे खिरहनी चौकी के आरक्षक राकेश सिंह एवं पवन सिंह के द्वारा विनोद जायसवाल को दुकान से घसीटकर ले जाते हुए मारपीट की गई हैं जिससे विनोद जायसवाल बुरी तरह घायल हो गये । उक्त टेंट व्यवसाई ने जानकारी देते हुए बताया कि उपरोक्त दोनो आरक्षक शराब के नशे में बुरी तरह से धुत्त थे , जिसकी शिकायत तत्काल थाना प्रभारी को दी गई थी । उक्त मामले में प्रदेश की प्रथम टेन्ट व्यवसायी , सामाजिक पंजीकृत संस्था पंजीयन क्रमांक जे के 4062 कटनी टेंट लाइट एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सरावगी , सचिव संजय तिवारी, कोषाध्यक्ष खीयलदास पंजवानी के नेतृत्व में नगर पुलिस अधीक्षक को कटनी पुलिस अधीक्षक के नाम खिरहनी चौकी में आरक्षकों द्वारा की गई मारपीट की शिकायत एवं कार्यवाही के संबंद्ध में एक ज्ञापन पत्र सौंपा गया है । जिसमें उल्लेख किया गया है कि दिनांक 22/01/2023 की रात्रि लगभग 10 बजे खिरहनी चौकी के आरक्षक राकेश सिंह एवं पवन सिंह के द्वारा विनोद जायसवाल को दुकान से घसीटकर ले जाते हुए मारपीट की गई हैं जिससे विनोद जायसवाल बुरी तरह घायल हो गये । उपरोक्त दोनो आरक्षक शराब के नशे में बुरी तरह से धुत्त थे , जिसकी शिकायत तत्काल थानाप्रभारी महोदय को दी गई थी । टेंट व्यवसाई नें मांग की है कि उक्त आरक्षकों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कर उचित कार्यवाही की जायें । जिससे जनमानस / व्यपारियों में पुलिस के प्रति भय ना उत्पन्न हो सके और पुलिस का यह अमानवीय चेहरा ना दिखे ।