सिकलसेल एनीमिया पर विश्वविद्यालय में हुआ वेबीनार

शहडोल। पंडित एस. एन. शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल के नवलपुर परिसर में 19 जून को बायोटेक्नॉलॉजी विभाग
द्वारा विश्व सिकलसेल एनीमिया दिवस के अवसर पर दो दिवसीय सिकलसेल एनीमिया थीम पर वेबीनार का
आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अमेरिका के बायोइन्फारमेटिक्स एवं मेडिसिन के वैज्ञानिक प्रो.
प्रकाश नारायण उपस्थित रहे। इस वेबीनार की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. रामशंकर ने किया।
वेबीनार में समन्वयक के रूप में प्रो. कौशलेन्द्र कुमार एवं कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. मनीषा शुक्ला रहीं।
वेबीनार के प्रथम दिवसीय कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बेंगलोर की साइंटिटिक एडीटर श्रीमती रुचि कुमारी,
शासकीय स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय दुर्ग छ.ग. के प्रो. अनिल कुमार, बोधगया बिहार के प्रो. सुमित कुमार
मिश्रा एवं आईआईटी रुडक़ी के बायोटेक्नॉलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रो. प्रवीन्द्र कुमार की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
इन सभी मुख्य वक्ताओं ने सिकलसेल एनीमिया के विभिन्न पहलुओं पर अपने-अपने गहन विचार रखे। कुछ
वक्ताओं ने सिकलसेल एनीमिया के कारण, उपाय, बचाव का तरीका, उपचार पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण की व्याख्या
की तो कुछ ने इस बीमारी की उत्पत्ति तथा इसका प्रसार एवं इससे बचने के उपाय पर अपने व्याख्यान दिये।
अध्यक्षता की आसंदी से विश्वविद्यालय के कुलगुरु ने बड़े ही सहजता से इस क्षेत्र के आदिवासी समुदायों में इस
बीमारी की प्रबलता पर अपने विचार रखे और जनचेतना द्वारा इस बीमारी की रोकथाम के लिए एक वृहद कार्यक्रम
की रूपरेखा बनाने पर जोर दिया।
मुख्य अतिथि की आसंदी से प्रो. प्रकाश नारायण इस बीमारी को कैसे पहचाना जा सकता है और उससे बचने के उपाय
क्या हो सकते हैं इस पर अपना वैज्ञानिक दृष्टिकोण का बड़ी ही सहजता से वर्णन किया। इस कार्यक्रम में
विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विज्ञान के विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रो. प्रमोद कुमार पाण्डेय की उपस्थिति
उल्लेखनीय रही साथ ही बायोटेक्नॉलॉजी विभाग के छात्र-छात्रा इस वेबीनार में भारी संख्या में सम्मिलित हुए।