पंडित एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग ने मनाई विवेकानंद जी की जयंती

शहडोल। पंडित एस.एन. शुक्ला विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में युग पुरुष, भारतीय संस्कृति के संदेशवाहक, राष्ट्र नायक स्वामी विवेकानंद के जयंती 12 जनवरी को समस्त विभागीय स्टाफ एवं छात्राओं की उपस्थिति में मनाई गई। उपरोक्त कार्यक्रम में स्वामी जी के वेदांत दर्शन तथा विश्व धर्म सम्मेलन (शिकागो) में भारतीय सनातन संस्कृति की व्याख्या से संबंधित व्याख्यान प्रस्तुत किए गए। विवेकानंद की आध्यात्मिक दृष्टिकोण एवं आंतरिक भावना पर अपने विचार रखते हुए ए.एम. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा कु. प्रीति नट ने अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया, वहीं बी.ए. प्रथम वर्ष के छात्र लवकेश चतुर्वेदी ने अपने आलेख के माध्यम से युग पुरुष के संबंध में अपने विचारों को स्पष्ट किया। इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एम.एस. खान द्वारा स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों की व्याख्या करते हुए उन्हें राष्ट्रीयता का जनक बताया। इसी तरह विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. नीलेश शर्मा ने उन्हें महान कर्मवादी, बुद्धिवादी एवं विज्ञान वादी निरूपित किया। कार्यक्रम में उपस्थित अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. अंजनी सूर्यवंशी द्वारा स्वामी विवेकानंद जी के जीवन पर अपने उद्बोधन दिए, डॉ अनुभव पाण्डेय ने कहा कि स्वामी जी दुर्बलता को पाप मानते थे। कार्यक्रम का विद्धता पूर्ण संचालन डॉ. रमेश प्रसाद द्विवेदी इतिहास विभाग ने किया।