सर्वे सूची बनाने वाले अमले को नही दिखे सैकड़ों बैगा परिवार

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कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर की शिकायत, लाभ से हो रहे वंचित

इंट्रो-सरकारी अमले की मनमानियों के कारण बैगा बहुल एक गांव आज भी बैगा विशेष योजनाओं से वंचित है। इसके सैकड़ों पर परिवार पीएम जनमन योजना से भी वंचित होने वाले हैं क्योंकि सूची में इन्हे शामिल नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
शहडोल। गोहपारू तहसील अंतर्गत स्थित बैगा बहुल ग्राम देवरी नंबर 2 आज भी शासन के विशेष प्रावधानों व योजनाओं से वंचित है। स्थानीय अमले की गैरजिम्मेदाराना कार्यशैली के कारण आज भी सैकड़ों बैगा परिवार सुविधाओं से वंचित हैं। सर्वे सूची तैयार होने और प्रस्तुत किए जाने के बाद भी उसका क्रियान्वयन नहीं किया गया। वर्तमान में पीएम जनमन योजना के दायरे से भी यह परिवार बाहर है। इस संबंध मे देवरी नंबर 2 के ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए इस आशय की मांग की है कि योजना की प्रक्रिया में उन्हे शामिल कर पीव्हीटीजी बैगा बसाहटों के अनुरूप उन्हे भी लाभ दिलाया जाए। ग्रामीणों ने कहा कि इस योजना के लिए देवरी 2 का नाम शामिल नही किया गया है। पूर्व में भी ऐसा हो चुका है।

योजना से वंचित हो सकते हैं

पीएम जनमन योजना के अंतर्गत पीव्हीटीजी बैगा ग्राम/बसाहटों में शासन की विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए विशेष बैगा जनजाति के हितग्राहियों को लाभ दिया जाना उल्लेखित है। जिसमें अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) व संबंधित तहसीलदार अपने क्षेत्र अंतर्गत शत-प्रतिशत बैगा हितग्राहियों को तालिका में चिन्हांकित कर दर्शित करेंगे। बैगा बसाहटों ग्रामों को शासन की योजनाओं का लाभ समयावधि में दिये जाने के निर्देश जारी किये गये हैं। लेकिन इस प्रक्रिया में बैगा बहुल ग्राम पंचायत देवरी नंबर 2 का नाम सूची मे नहीं जोड़ा गया है। जिस कारण हमारे ग्रामवासी लगभग 500 से 600 बैगा परिवार को पीएम जनमन योजना एवं अन्य येाजनाओं का लाभ से वंचित होना पड़ेगा।

दो वर्ष पूर्व भी की सूची शामिल

बैगा फरियादियों ने ध्यान आकृष्ट कराते हुए बताया कि ग्राम पंचायत देवरी नंबर-2 जनपद/तहसील गोहपारू के अंतर्गत लगभग 500 से 600 बैगा परिवार निवासरत हैं। देवरी नंबर 2 को बैगा विकास अभिकरण में बैगा बाहुल्य ग्राम घोषित/चिन्हित कराये जाने के लिए कई वर्षाे पूर्व तत्कालीन सरपंच/सचिव ग्राम पंचायत देवरी नंबर 2 द्वारा सर्वे सूची तैयार कराकर प्रस्तुत की जा चुकी है। किन्तु बैगा गांव घोषित व चिन्हित अब तक नहीं हुआ है, जिससे शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से बैगा जनजाति के लोगों वंचित हो रहे हैं।

नया सर्वे और सीमांकन होना जरूरी

ग्रामीणों का कहना था कि नवीन सर्वे कराया जाकर बैगा चिन्हित/घोषित करान अनिवार्य है। साथ ही यह भी निवदेन किया कि हमारे गांव में हलका पटवारी नक्शाशीट, राजस्व सरहदी, बन्दोबस्ती सीमा चिन्हों (गुगल मैप) की सही मैपिंग नहीं होने से सीमांकन दौरान अनावश्यक वाद-विवाद व किसानों के बीच सदैव लड़ाई-झगड़ा की स्थिति बनी रहती है। जिसे नये सिरे से पटवारी हलका नक्शा प्लाट के राजस्व सीमा चिन्हों का जरीब चैन से मिलान करवाया जाकर तथा गुगल मैप को पुन: मैपिंग पत्थरगड़ी कराये जाने की आवश्यकता है। ताकि अनावश्यक मुकदमेंबाजी से बचा जा सके। समस्त बैगा ग्रामीणों ने मांग की है कि ग्राम पंचायत देवरी नंबर 2 जनपद पंचायत गोहपारू को अन्य ग्रामों की भांति बैगा बाहुल्य ग्राम चिन्हित/घोषित कराया जाये। ताकि शासन की योजनाओं से विशेष बैगा जनजाति वंचित न रह सके।

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