द्वंद्व का अखाड़ा बन गया गणतंत्र दिवस पर्व का मंच


वार्ड पार्षद ने अध्यक्ष की उदासीनता पर किया प्रहार
शहडोल। नगर परिषद बकहो में आयोजित गणतंत्र दिवस का पर्व कुछ ही समय में द्वंद्व का अखाड़ा बन गया। इस अवसर पर विकास कार्यों को लेकर वार्ड नंबर चार की पार्षद रेखा महेन्द्र सिंह ने जमकर आक्रोश जताया। उन्होने अध्यक्ष मौसमी केवट पर निशाना साधा और उन पर उदासीनता का आरोप लगाया। इस अवसर पर पार्षद श्रीमती सिंह ने कहा कि परिषद का गठन हुए लगभग डेढ़ वर्ष से अधिक का समय गुजर चुका है, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार के विकास कार्यो कि शुरुआत तक नही हो सकी हैं।
अध्यक्ष की उदासीनता
पार्षद श्रीमती सिंह ने परिषद की अध्यक्ष मौसमी केवट के ऊपर विकास कार्यो मे उदासीनता बरतने का खुलकर आरोप लगाया। साथ ही कहा कि हमें हमारे वार्ड की जनता ने चुना हैं, हमारी उसके प्रति जवाब देही बनती हैं कि वार्ड वासियो की समस्या का समाधान करने के साथ साथ हम अपने वार्ड मे विकास कार्य कराएं।
लेकिन अध्यक्ष की उदासीनता के कारण सारे काम ठप्प पड़े हैं। उन्हें जनता की समस्या से कोई सरोकार ही नही रह गया हैं। श्रीमती सिंह का गुस्सा मंच पर फूटते देख वहाँ मौजूद अन्य पार्षदो व नागरिको ने उनकी बात का समर्थन करते हुए इसे ज़ायज ठहराया।
कुर्सी छीन ली पर काम नहीं करती
विदित हो कि नवगठित नगर परिषद का चुनाव हुए लगभग डेढ़ वर्ष गुजर चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी द्वारा यहाँ वार्ड क्रमांक 4 से निर्वाचित पार्षद रेखा सिंह को अध्यक्ष पद के लिए अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया गया था। लेकिन वार्ड क्रमांक 4 से भाजपा पार्षद चुनी गयी मौसमी केवट ने पार्टी से बगावत करते हुए भाजपा अध्यक्ष पद की प्रत्याशी श्रीमती सिंह के खिलाफ अपनी दावेदारी ठोक दी थीं। जिसके बाद और विपक्ष के साथ सांठ गाँठ करके वह स्वयं अध्यक्ष पद पर दो मत से विजयी हो गयी थीं। उसके बाद अध्यक्ष की कुर्सी मे आशीन होने के बाद श्रीमती केवट ने विकास कार्यो मे कोई रूचि नही दिखाई। अब ज़ब जनता पार्षदो से सवाल कर रहीं तो फिर उनका अध्यक्ष पर भडक़ना जायाज़ हैं। बहरहाल इस प्रतिद्वन्दता के कारण पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी रही श्रीमती सिंह के वार्ड की उपेक्षा की जा रही हैं। जिसका आरोप उन्होंने भरे मंच से परिषद की अध्यक्ष पर लगाया हैं।