कथा मंच सें दृष्टि का सहारा बना आस्था परिवार और संकटमोचनधाम, फूटफूटकर रोई सड़क हादसे में अपने मातापिता कों खो चुकी बालिका भगवान की लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणादायक हैं-कथा व्यास पं ऋषिकृष्णा शास्त्री जी महाराज भगवान श्रीकृष्ण की बाललीलाओं से वृंदावनधाम बना राहुलबाग राहुल बाग में श्रीमद भागवत कथा दिव्य दरबार के पांचवे दिन कथा व्यास पं ऋषिकृष्णा शास्त्री जी महाराज की अमृतवाणी सुनने उमडा जनसैलाब

कथा मंच सें दृष्टि का सहारा बना आस्था परिवार और संकटमोचनधाम, फूटफूटकर रोई सड़क हादसे में अपने मातापिता कों खो चुकी बालिका
भगवान की लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणादायक हैं-कथा व्यास पं ऋषिकृष्णा शास्त्री जी महाराज
भगवान श्रीकृष्ण की बाललीलाओं से वृंदावनधाम बना राहुलबाग
राहुल बाग में श्रीमद भागवत कथा दिव्य दरबार के पांचवे दिन कथा व्यास पं ऋषिकृष्णा शास्त्री जी महाराज की अमृतवाणी सुनने उमडा जनसैलाब
कटनी।। राहुल बाग में श्रीमद भागवत कथा व दिव्य दरबार के पांचवे दिन संकट मोचनधाम रानीपुर मऊरानीपुर के पीठाधीश्वर कथा व्यास श्री श्री 1008पं. ऋषिकृष्णा शास्त्री जी महाराज ने 12बजे से दिव्य दरबार में पीडितजनों का पर्चा खोलकर अदभुत चमत्कार से लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया कई लोगों को संकटमोचनधाम में पेशी करने कहा कई लोगों को महाराज जी ने पर्चा में मंत्रों का जाप करने कहा। महाराश्री ने स्वीकृत अर्जी पर दिव्य दरबार में समस्या का समाधान किया। कथा पंडाल संकटमोचनधाम बालाजी सरकार के जयघोष से गूंज उठा।
दोपहर 4 बजे से श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ मंत्रोच्चारण के साथ पूजन आरती से हुआ श्रीमद भागवत कथा में श्री कृष्णबाल लीला माखन चोरी एवं पूतनावध प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। श्रीकृष्ण बाललीला का वर्णन सुन श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गये। महाराश्री ने श्रीकृष्ण बाल लीला तथा गोवर्धन पूजा का सुंदर चित्रण किया। उन्होंने कहा कि भगवान की लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणादायक हैं। भगवान कृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं की। बाल कृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे। नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। मां उन्हें कहती थी कि प्रतिदिन तुम माखन चुरा के खाया करते हो।
माता-पिता की दुर्घटना में मौत से सदमे में याददाश्त खो गयी बालिका दृष्टि मंच पर फूटफूटकर रोयी
आस्था परिवार संकटमोचनधाम बना असहाय बालिका का सहारा
कथा पंडाल में मंच पर पहुंची साढे 9 वर्ष की बालिका दृष्टि पांडे मंच पर पहुंची और कथाव्यास महाराश्री से लिपटकर फूटफूटकर रोयी। बालिका की कहानी सुनकर समूचे पंडाल में बैठे श्रोताओं की आंखे नम हो गयी। शास्त्री कालोनी निवासी पत्रकार संजय पांडे की पत्नी सहित की सडक हादसे में मौत हो गयी थी बालिका दृष्टि मातापिता की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पायी और वह न कुछ बोलती है ना सुनती रोती है घर में बुजुर्ग दादी उसका सहारा है आज सुबह वह दादी के साथ महाराजी के दर्शन करने गौशाला गयी वहाँ श्रीमति मेघा बजाज से लिपटकर रोयी। महाराजजी से लिपट कर रोयी।आस्था परिवार से प्रवीण बजाज पप्पू भैया ने बालिका को एक लाख की एफडी तथा उसके जीवनयापन के लिये 3 हजार रूपये माह देने की घोषणा की। बालिका जब कथा पंडाल में पहुंची तो पूरा माहौल मार्मिक हो गया बालिका की व्यथा सुनकर हर आंख में आंसू थे। महाराज जी ने उसे आपनी बहन का दर्जा दिया तथा आस्था और संकटमोचनधाम की तरफ से उसकी वैवाहिक व्यवस्था का भी संकल्प लिया। कथा स्थल में हर श्रोताओं ने अपने अपने स्तर से बालिका को तत्काल सहयोग राशि भेंट की।