खुली आंख से राजस्व विभाग देख रहा अवैध प्लाटिंग

पंचगांव में कृषि भू-खण्ड के टुकड़े कर बेच रहा भू-माफिया
संजय, संदीप-विजय की तिकड़ी राजस्व के जिम्मेदारों के साथ शासन को लगा रहे चूना
अनिल तिवारी
शहडोल। तीन वर्ष पूर्व प्रदेश सरकार की एंटी माफिया मुहिम शुरू हुई थी, लेकिन संभाग में वास्तविक भू-माफिया अभी भी कार्रवाई के दायरे से बाहर हैं। इसकी वजह है जमीनी स्तर से लेकर राजस्व विभाग में काम करने वालो से सांठगांठ कर माफिया ने कृषि भू-खण्ड के टुकड़े-टुकड़े कर दिये, माफियाओं की शिकायतें भी समय-समय पर हुई, सोशल मीडिया, मीडिया के माध्यम से भी राजस्व सहित जिला प्रशासन के संज्ञान में मामला लाया गया, लेकिन तहसीलदार-एसडीएम के स्तर पर कार्रवाई न होने से भू-माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वह अब संभागीय मुख्यालय से सटे क्षेत्रों में खुलेआम कृषि भूमि पर प्लाटिंग कर रहे है, खुली आंख से राजस्व अमला अवैध प्लाटिंग के कारोबार को देख रहा है, इससे साफ जाहिर होता है कि भू-माफिया पर सरकारी अफसर मेहरबान हैं।
पंचायत से भी है सांठ-गांठ
ग्राम पंचायत पंचगांव में शहरों की तर्ज पर कृषि भूमि की बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग कर बिना डायवर्सन के खरीदी-बिक्री की जा रही है। यहां भू-माफिया सक्रिय हैं, काफी समय से अवैध प्लाटिंग का काम किए जाने के बाद भी राजस्व विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। वहीं पंचायत पर भी सांठ-गांठ का आरोप लग रहा है। ग्राम पंचायत पंचगांव में मुख्य मार्ग के किनारे अवैध प्लाटिंग की जा रही है, वहीं पचगांव राजस्व हलका वासिन में तिवारी बाबा नामक अवैध कालोनी बस चुकी है, मुख्य मार्ग के किनारे मकान बने होने के कारण वासिन में अवैध प्लाटिंग आमतौर पर राहगीरों को दिखाई नहीं देता, लेकिन इन मकानों के पीछे लगभग कृषि भूमि पर अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही है। इसमें मुरूम डालकर सडक़ भी बनाई जा चुकी है ।
सस्ते में जमीन लेकर कर रहे लाखों कमाई
अवैध प्लाटिंग में लगा रेलवे कर्मचारी संजय किसानों से सस्ते में कृषि भूमि खरीद लेता है, इसके बाद संदीप-विजय के माध्यम से कृषि भू-खण्ड पर प्लाट काटकर लाखों रुपए का लाभ अर्जित किया जाता हैं। पूर्व में भी कथित संजय ने पंचगांव रोड में तिवारी बाबा नामक अवैध कालोनी बसा दी, अब इसी अवैध कालोनी के पीछे बड़ी तेजी से प्लाटिंग का खेल-खेला जा रहा है, मजे की बात तो यह है क पंचगांव क्षेत्र में सडक़ किनारे भी प्लाटिंग हो रही है, लेकिन पटवारी प्रतिवेदन अनुविभागीय कार्यालय पहुंचने के बावजूद अनुविभागीय अधिकारी न तो अपने कर्मचारियों पर कार्यवाही के लिए हाथ बढ़ा पा रहे हैं और न ही अवैध प्लाटिंग पर नकेल ही कस पा रहे हैं।
पंचायत है बेखबर
राजस्व विभाग की सांठ-गांठ से हर दिन अवैध कालोनियों का निर्माण संभागीय मुख्यालय से सटे पंचगांव ग्राम पंचायत में हो रहा है, कृषि भूमि के मामले में प्रशासनिक उदासीनता से जिला प्रशासन की भूमिका पर भी सवालिया निशान लग रहा है। शहर से लेकर गांव तक अनुमति के बगैर जमीन की अफरा-तफरी को अंजाम दिया जा रहा। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के बिना कई एकड़ खेती वाली जमीन बेची जा रही है। प्रशासनिक अनुमति के बगैर मुरुम की सडक़ बनाकर प्लाट कटिंग करने और बेचने का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। जिला प्रशासन की उदासीनता की वजह से अवैध प्लाटिंग करने वाले आपराधिक प्रवृत्ति के भू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। मजे की बात तो है यह है कि अवैध प्लाटिंग से स्थानीय ग्राम पंचायत बेखबर है।
नजर नहीं आता अवैध कारोबार
संभागीय मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत पंचगांव में कृषि भूमि को टुकड़ों में विभाजित कर कॉलोनी बसाई जा रही है। बीते वर्षाे में खेती की जमीन बिना भू-उपयोग बदले आवासीय प्लाट काटने वाले पर कार्रवाई न होने से इस धंधे को पंख लगता गया और किसानों की भूमि कम दामों में खरीद-फरोख्त कर संजय नामक भू-माफिया ने अकूत संपत्ति अर्जित कर ली, लेकिन इस अवैध कमाई में राजस्व विभाग ने भी भू-माफिया का खुलकर साथ दिया, पंचगांव रोड में पहले तिवारी बाबा नामक कालोनी अवैध रूप से बसा दी गई, आये दिन प्रशासनिक अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों का दौरा इस क्षेत्र में होता है, लेकिन सडक़ के किनारे बन रही अवैध कालोनिया एवं अवैध प्लाटिंग नजर न आये, यह समझ से परे है।
इनका कहना है…
प्लाटिंग चल रही है, इसकी खबर नहीं है, भवन निर्माण पहले के हैं, इस मामले में पटवारी और एसडीएम को ध्यान देना चाहिए, पंचायत इसमें क्या कर सकती है। वैसे भी मैं अभी अक्टूबर माह में आया हूं।
राम लखन पटेल
सचिव
ग्राम पंचायत पंचगांव