आदर्श महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने किया शैक्षणिक भ्रमण
उमरिया। शासकीय आदर्श महाविद्यालय उमरिया के छात्रों को भू विज्ञान विभाग द्वारा शैक्षणिक भ्रमण राष्ट्रीय जीवाश्म उद्यान, घुघुआ, जिला डिंडोरी (म. प्र.) तथा नर्मदा नदी के मालपुर घाट का भ्रमण कराया गया। इस अवसर पर भू विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक (अ.वि.) डॉ ब्रह्मानन्द शर्मा के नेतृत्व, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अभय कुमार पाण्डेय के संरक्षण, डॉ परमेश्वर सिंह मरावी के मार्गदर्शन तथा भू विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक (अ.वि.) दिनेश प्रसाद विश्वकर्मा, डा.ॅ राजीव तिवारी, भौतिकी विभाग, डॉ. परणीता त्रिपाठी, प्राणीशास्त्र विभाग, डॉ. ओ.पी. साहू, सहा. प्रा., भू विज्ञान विभाग, शा. आ. महाविद्यालय, सहपुरा की उपस्थित व सहयोग से संपन्न कराया गया। डॉ. ब्रह्मानन्द शर्मा ने जीवाश्म के बनने की आवश्यक शर्ते, जीवाश्म के प्रकार एवं उपयोग के बारे में विस्तार से बताया तथा नर्मदा नदी के मालपुर घाट पर नदी होने के लिए आवश्यक शर्ते एवं अवस्थाओं के बारे में बताया । डॉ ओ.पी. साहू ने क्षेत्र के स्तर विज्ञान, वहां की शैलो तथा बाघ एवं लमेटा संस्तरों के बारे में बताया तथा शैलो की पहचान कराई, दिनेश प्रसाद विश्वकर्मा ने महाद्वीपीय विस्थापन एवं जीवाश्मों के पाए जाने के बारे में तथा नदी के भू-वैज्ञानिक कार्यो के बारे में बताया। उद्यान प्रबंधन की ओर से सुश्री प्रियंका धुर्वे ने उद्यान में परिरक्षित जीवाश्मो को दिखाया एवं संग्रहालय में रखे हुए जीवाश्मों के बारे में तथा जीवाश्मों की आयु के अध्ययन के बारे में विस्तार से बताया। प्राचार्य डॉ अभय कुमार पाण्डेय ने नर्मदा नदी के धार्मिक मान्यताओं एवं नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक से भरूच से 30 कि.मी. दूर खम्भात की खाड़ी में मिलने तक के बीच में नदी के किनारे में स्थित विभिन्न तीर्थ स्थलों के बारे में बताया । डॉ. राजीव तिवारी एवं डॉ. परणीता त्रिपाठी ने फील्ड में अपने साथ रखने वाली आवश्यक सामग्री एवं विभिन्न परिस्थितयों में संयम बनाये रखने के बारे में बताय। महाविद्यालय के अन्य सभी प्राध्यापकों ने भी छात्र-छात्राओं को भ्रमण में जाने के लिए प्रोत्साहित किया। शासकीय आदर्श महाविद्यालय उमरिया में भू-गर्भ शास्त्र विषय पूरे जिले में एकमात्र ऐसा विषय है जिसमें अध्ययन अध्यापन के साथ-साथ रोजगार की अपार संभावनाएं हैं, साथ ही महाविद्यालय द्वारा आयोजित फील्ड प्रोजेक्ट के द्वारा छात्र छात्राओं को विषय के प्रैक्टिकल ट्रेनिग मूर्त रूप में देखने मिलती है स उपरोक्त कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं में विशेष उत्साह देखने को पाया गया। छात्रों के लिए शैक्षणिक भ्रमण एवं बाह्य फील्ड प्रोजेक्ट के कार्यक्रमों से सैधांतिक विषय के साथ-साथ प्रायोगिक जानकारी भी प्राप्त होती है जिसके लिए महाविद्यालय प्रबंधन खुशी जाहिर करते हुए भू विज्ञान विभाग को बधाई दी एवं भविष्य में और ऐसे आयोजन करने हेतु आश्वस्त किया है।