निसार के कूलर में उड़ रहे तमाम कायदे : उच्च न्यायालय के आदेश पर भारी निसार वसीम की जोड़ी
शहडोल। संभागीय मुख्यालय में जेल बिल्डिंग मार्ग पर स्थित लगभग 30 डिसमिल का एक भूखंड जिसकी कीमत करोड़ों रुपए आंकी जा रही है इस भूखंड पर पारिवारिक विवाद होने के कारण समय-समय पर परिवार के अलग-अलग लोग अपना अपना के सूचना पटल लगाते रहे हैं, संभाग के अनूपपुर जिला अंतर्गत कोतमा में रहने वाले अशफाक अहमद सिद्दीकी पिता स्वर्गीय निसार अहमद के द्वारा बीते माह शहडोल कोतवाली में एक शिकायत दी गई थी, इस मामले में कोई कार्यवाही या जांच आगे न बढ़ने के कारण अशफाक अहमद ने शहडोल के पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।शिकायत के संदर्भ में अशफाक अहमद सिद्दीकी ने बताया कि शहडोल मुख्यालय में हमारी पुश्तैनी भूमि है, ग्राम सोहागपुर शहडोल में पुरानी बस स्टैंड रोड पर जेल बिल्डिंग के समीप स्थित भूमि खसरा नंबर 1920 /3 कुल रखवा 30 डीसमिल इस भूमि के पश्चिम में तालाब, पूर्व में पुरानी बस स्टैंड रोड तथा उत्तर में श्याम सुंदर अग्रवाल जी का घर तथा दक्षिण में डॉक्टर सराफ का क्लीनिक स्थित है, इस भूमि में पारिवारिक विवाद का मामला माननीय उच्च न्यायालय में लंबित है।बावजूद इसके उनके परिवार के ही अधिवक्ता न्याज अहमद जो शिकायतकर्ता अशफाक सिद्दीकी के सगे भाई भी हैं शहडोल के कूलर कारोबारी निसार अहमद और वसीम खान बिरयानी वाला के साथ मिलकर माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना की जा रही है।अशफाक अहमद सिद्दीकी कहते हैं कि माननीय हाईकोर्ट में जिस भूखंड पर स्टे लगा हुआ है, उसे भूमि पर निसार अहमद और वसीम खान न्याज अहमद के साथ मिलकर कब्जा करने के फिराक में है ऐसी स्थिति में यहां कभी भी कोई बड़ा विवाद हो सकता है।इस मामले में लिखित शिकायत अशफाक अहमद ने 11 जनवरी 2024 को कोतवाली शहडोल में दी थी लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, न्याज अहमद ने बताया कि वसीम खान जिसे बंटी बिरयानी वाले के नाम से जाना जाता है उसने पूर्व में यहां पर कब्जा भी कर लिया था, तत्कालीन कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से जब न्याय की गुहार लगाई गई तो इनके द्वारा किए गए अवैध कब्जे को राजस्व और नगर पालिका के अमले के द्वारा हटाया गया, अशफाक ने यह भी कहा कि कूलर वाला निसार अहमद अपने आप को शहडोल का बड़ा दबंग बताता है, उसके पास बेहिसाब काली संपत्ति है उसका कहना है कि इससे वह सभी को मैनेज कर लेता है, अशफाक ने यह भी कहा कि निसार अहमद के पास कूलर की बिक्री से करोड़ों की संपत्ति कैसे अर्जित की गई है यह भी जांच का विषय है। बहरहाल माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष इस मामले को दोबारा रखा गया है और प्रशासन से आग्रह किया गया है कि सामाजिक तत्वों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए।