फिर सुर्खियों में आया जिला अस्पताल :-महिला चिकित्सक ने लगाया सिविल सर्जन पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश ((.))देखिए…. क्या कहा महिला चिकित्सक नें………… ((.))जांच को लेकर एडीएम साधना परस्ते नें क्या कहाँ….. शिकायतकर्ता डॉक्टर सुनीता सिंह ने बताया कि वह जिला अस्पताल में पिछले दस साल से महिला चिकित्सक के रूप में पदस्थ है. लेकिन उन्हें मैटरनिटी वार्ड में नही जाने दिया जा रहा है.

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फिर सुर्खियों में आया जिला अस्पताल :-महिला चिकित्सक ने लगाया सिविल सर्जन पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश ((.))देखिए…. क्या कहा महिला चिकित्सक नें…………
((.))जांच को लेकर एडीएम साधना परस्ते नें क्या कहाँ…..
शिकायतकर्ता डॉक्टर सुनीता सिंह ने बताया कि वह जिला अस्पताल में पिछले दस साल से महिला चिकित्सक के रूप में पदस्थ है. लेकिन उन्हें मैटरनिटी वार्ड में नही जाने दिया जा रहा है.
कटनी।। जिला अस्पताल में महिला चिकित्सक ने सिविल सर्जन पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। महिला चिकित्सक ने मामले की शिकायत जिला कलेक्टर अवि प्रसाद से की है. कलेक्टर ने शिकायत की जांच के आदेश देते हुए जांच टीम गठित कर दी है जो इस पुरे मामले की जांच कर रही है। जिला अस्पताल में पदस्थ महिला डॉक्टर ने सिविल सर्जन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला डॉक्टर ने मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने दो सदस्यों की टीम बनाकर जिसमे ADM और CMHO इस पुरे मामले में जांच कर रहें है, जांच के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएगा उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। महिला डॉक्टर सुनीता सिंह ने शिकायत में आरोप लगाया है कि सिविल सर्जन डॉक्टर वर्मा के द्वारा अस्पताल में पदस्थ अन्य महिला डॉक्टर के साथ भेदभावपूर्ण बर्ताव किया जाता है। उनके द्वारा अपनी पत्नी डॉक्टर सुनीता वर्मा को विशेष छूट और सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं, जबकि उनके साथ काम करने वाली अन्य महिला डॉक्टर को परेशान किया जाता है। डॉक्टर सिंह ने बताया कि पिछले दस वर्षों से उन्हें डॉ. यशवंत वर्मा के द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा है। मेटरनिटी वार्ड में कार्य करने का अवसर नहीं दे रहे हैं। अस्पताल में 10 महिला डॉक्टर हैं, लेकिन सिर्फ चार को ही हाईरिस्क केस, ऑपरेशन व सीजर के काम सौंपे गए हैं। सिविल सर्जन के द्वारा डॉक्टर सुनीता वर्मा को कंसल्टेंसी ड्यूटी से मुक्त रखा जाता है, जबकि अन्य महिला डॉक्टर को कॉल ड्यूटी एवं कंसल्टेंसी ड्यूटी के अलावा और भी कार्य सौंपे जाते हैं। इसके अलावा जिला अस्पताल में सभी अन्य भत्तों के लिए 10 प्रतिशत कमीशन का भी आरोप लगाया है। डॉ. सुनीता सिंह का आरोप है कि एक महिला डॉक्टर जनवरी माह से अस्पताल में पदस्थ हैं। पिछले छह माह से उनसे कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है। उन्हें विशेष छूट दी गई है। न तो उनकी ड्यूटी आइपीसी 376 की एमएलसी में लगाई जाती है और न ही केजुअल्टी में।

इनका कहना है।

डॉ. सुनीता सिंह ने सिविल सर्जन पर आरोप लगाए हैं। इस संबंध में कलेक्टर ने संयुक्त जांच दल गठित किया गया है। हम जांच कर रहे हैं और जल्द ही जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे।
साधना परस्ते, एडीएम

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