दो वनकर्मी और दो ग्रामीण हाथी के हमले से बाल-बाल बचे

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सूरज श्रीवास्तव
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लाघाटोला के जंगल में 12वें दिन भी डेरा डाले हुए हैं हाथी

अनूपपुर। प्रवासी नर हाथियों का आतंक शनिवार को 12वें दिन भी जारी रहा। राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र के पटना बीट और ग्राम पंचायत लाघाटोला के जंगलों में डेरा डाले हुए इन हाथियों ने शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात स्थानीय लोगों के लिए खतरा पैदा कर दिया।

हाथियों ने बधार, पटना के लाघाटोला इलाके में दो घरों और तीन ग्रामीणों के खेतों में घुसकर फसलें नष्ट कर दीं। इस दौरान मंदिर के समीप स्थित एक घर में तोड़फोड़ करते समय वन विभाग की गश्ती टीम ने हाथियों को भगाने की कोशिश की।

गश्ती दल में शामिल परिक्षेत्र सहायक पदमनिया देवेंद्र पांडेय, वनरक्षक रामगोपाल पाठक और ग्रामीण कौशल यादव व केवल सिंह को हाथियों ने आक्रामक रूप से दौड़ा दिया। अपनी जान बचाने के प्रयास में दो वनकर्मी और दोनों ग्रामीण गिरकर घायल हो गए।

जंगल में पसंदीदा पेड़ों को उखाड़ रहे हाथी
शनिवार सुबह हाथियों को चिरईपानी जंगल में देखा गया। यहां वे भेलमा, गुंजा, चार और तेंदू के पेड़ों को उखाड़कर उनकी जड़ें और टहनियां खाते नजर आए। दिनभर विश्राम के बाद रात होते ही दोनों हाथी फिर से सक्रिय हो जाते हैं और नई जगहों पर विचरण करने लगते हैं।

ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील
वन विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त गश्ती टीम हाथियों की हर गतिविधि पर नजर रख रही है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और रात के समय अनावश्यक बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। संभावित हाथी विचरण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है ताकि हाथियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

शनिवार देर रात तक यह तय नहीं हो सका था कि दोनों हाथी अगली बार किस गांव की ओर रुख करेंगे। वन विभाग के अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

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