कार्यवाही की जगह कलयुगी द्रोणाचार्य को मिला संरक्षण

माह बीत गये, लेकिन नहीं हुई वसूली व अन्य कार्यवाही

(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। छात्रों की शिष्यवृत्ति हड़पने वाले कलयुगी द्रोणाचार्य के खिलाफ हुई शिकायत व जांच के बाद अपराध प्रमाणित होने के बाद भी सहायक आयुक्त व अन्य विभागीय अधिकारी कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। खैरहा में पदस्थ कथित अजय द्विवेदी नामक व्यायाम शिक्षक (अध्यापक) शासकीय हाईस्कूल खैरहा, संलग्न बालक क्रीड़ा परिसर धुरवार के विरूद्ध प्रस्तुत शिकायत की जांच संभागीय उपायुक्त जनजातीय कार्य विभाग को सौंपी गई थी, जिसके बाद संभागीय उपायुक्त द्वारा दो सदस्यीय जांच दल गठित कर जांच कराई गई। जांच दल द्वारा 21 मार्च 2018 को जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि श्री द्विवेदी, क्रीड़ा प्रभारी कोच पद के विरूद्ध पदस्थ है तथा छात्रावास मेस संचालन हेतु अधीक्षक के संयुक्त हस्ताक्षर से पंजाब नेशनल बैंक शहडोल में संयुक्त खाता क्र. 6600002100000957 संचालित किया जा रहा है तथा छात्रों को प्राप्त होने वाली शिष्यवृत्ति राशि से मेस संचालित किया जाता है तथा विभिन्न फर्मों से क्रय की गई।
फर्मों को किया नगद भुगतान
सामग्री के भुगतान हेतु व्यायाम शिक्षक एवं अधीक्षक के संयुक्त हस्ताक्षर उपरांत स्वत: बैंक से राशि आहरित कर संबंधित फर्मों को नगद भुगतान किया गया है, जबकि म.प्र. भण्डार क्रय नियम तथा सेवा उपार्जन नियम 2015 के नियम 09 के तहत सक्षम प्राधिकारी द्वारा कोटेशन या निविदा आमंत्रित किये बगैर रु. 20000 तक के मूल्य की सामग्री का क्रय किया जा सकता है। क्रीड़ा परिसर धुरवार में कार्यरत अधीक्षक एवं प्राचार्य का संयुक्त खाता संचालित किया जाना चाहिए किंतु क्रीड़ा परिसर में संलग्न व्यायाम शिक्षक द्वारा नियम विरूद्ध बैंक में संयुक्त खाता का संचालन किया जा रहा है तथा माह सितम्बर 2016 से 12 फरवरी 2017 तक राशि रु. 642265 का नगद भुगतान किया गया है। इस प्रकार प्राप्त शिकायत को सही होना प्रतिवेदित किया गया।
नहीं हुई कार्यवाही
संभागीय उपायुक्त जनजातीय कार्य विभाग एवं अनूसूचित जाति विकास संभाग शहडोल द्वारा उक्त जांच प्रतिवेदन सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग को आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु 27 अपै्रल 2018 को प्रेषित किया गया। सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग द्वारा श्री द्विवेदी के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि श्री द्विवेदी को बचाने के उद्देश्य से की गई शिकायत को द्वेषपूर्ण भावना से प्रेरित होना उल्लेख करते हुए प्रकरण नस्तीबद्ध किये जाने का अनुरोध किया गया तथा इस कार्यालय को भी पत्र क्र. 4053, दिनांक 20 जुलाई 2017 द्वारा भ्रामक जानकारी का प्रतिवेदन प्रेषित किया गया।
अधिकार क्षेत्र से हटकर कार्य
क्रीड़ा परिसर (धुरवार) से संबंधित कैशबुक बिल व्हाउचर्स एवं बैंक स्टेटमेंट का अवलोकन किया गया, जिसमें पाया गया कि व्यायाम शिक्षक श्री द्विवेदी द्वारा वर्ष 2013 से वर्ष 2016 के मध्य बैंक से स्वयं राशि रु. 5283116 आहरित किया जाकर संबंधित फर्मों को नगद भुगतान किया गया है तथा समस्त व्हाउचर्स एवं देयकों का प्रमाणीकरण भी किया गया है, जो स्पष्ट करता है कि श्री द्विवेदी द्वारा अपने मूल पद अनुरूप क्रीड़ा गतिविधियों पर ध्यान न देते हुए अधिकार क्षेत्र से हटकर अधीक्षकी कार्य में ज्यादा रूचि ली जा रही है।
अनुशासनात्मक कार्यवाही के थे निर्देश
आयुक्त, आदिवासी विकास मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा जारी आदेश क्र.4237, दिनांक 24 फरवरी 2015 द्वारा राजेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी की नियमित कोच के रूप में पदस्थापना किये जाने के उपरांत उन्हें क्रीड़ा परिसर का दायित्व न सौंपा जाकर आपके द्वारा अपने कार्यालयीन आदेश क्र. 2752, दिनांक 11 मई 2016 के माध्यम से अजय द्विवेदी, व्यायाम शिक्षक (अध्यापक), शा.उ.मा.वि. खैरहा की पदस्थापना प्रभारी कोच के पद पर नियम विरूद्ध की गई है। प्रकरण में अजय द्विवेदी, व्यायाम शिक्षक, शा.उ.मा.वि.खैरहा के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए कृत कार्यवाही से शीघ्रतिशीघ्र इस कार्यालय को अवगत कराना था।
दुबई में होते तो सर कलम करवा देते
आदिवासी विकास विभाग में पदस्थ उपायुक्त जनजातीय कार्य विभाग जगदीश सरवटे ने इस संबंध में कहा कि संभागायुक्त से मिले आदेशों का पालन तो नहीं कराया, लेकिन इस संबंध में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने मातहत की लापरवाही तो बताई,लेकिन शिकायतकर्ताओं को चंदा खोर बताया, बिना नाम पूछे ही जगदीश सरवटे ने कहा कि संजीव निगम व उनके खास सहयोगी शाकिर फारूखी द्वारा शिकायत दी गई है, वे हमसे सहयोग राशि मांगते हैं, कार्यवाही अलग बात है, जांच में अजय द्विवेदी दोषी पाया गया है, पर कार्यवाही तो अपने हिसाब से फाईलों में आगे बढऩे के बाद ही होगी, दुबई में होते तो चौराहे में खड़े करवाकर सर कलम कर देते, लेकिन लोकतंत्र वाला देश है, हमनें अजय द्विवेदी के आय के श्रोत बंद कर दिये हैं, कार्यवाही होगी, भले ही देर से हो।