समाजशास्त्र विभाग का एक दिवसीय वेबीनार सम्पन्न

(अनिल तिवारी) – 7000362359
जयसिहनगर। शासकीय महाविद्यालय में शनिवार को आईक्यूएसी के तत्वाधान में समाजशास्त्र विभाग द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया। यह वेबीनार कौशल विकास एवं आत्म निर्भर मध्य प्रदेश के संदर्भ में कॉवि-19 का प्रभाव विषय पर केंद्रित रहा। वेबीनार महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. धर्मेंद्र कुमार द्विवेदी के कुशल मार्गदर्शन एवं निर्देशन में संपन्न हुआ, ऑनलाइन वेबीनार के मुख्य अतिथि निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग मध्यप्रदेश के अध्यक्ष डॉ. भरत शरण सिंह एवं अध्यक्ष अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग रीवा, संभाग के डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव रहे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. महेश शुक्ला प्रोफेसर समाजशास्त्र विषय शासकीय टीआरएस महाविद्यालय रीवा एवं डॉ. प्रवीण ओझा प्रोफ़ेसर कॉमर्स विभाग बीएलपी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय महू जिला इंदौर रहे।
राष्ट्रीय ऑनलाइन वेबीनार की शुरुआत अध्यक्षीय उद्बोधन से हुई एवं कार्यक्रम के विषय पर प्रकाश डाला गया, तथा मुख्य वक्ता डॉ. महेश शुक्ला ने कार्यक्रम के विषय पर केंद्रित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि कोरोना कॉल में पूरे विश्व में कई चुनौतियां आई किंतु उन चुनौतियों को अवसर में बदलने का कार्य हमारे भारतवर्ष में हुआ है, भारत की आर्थिक नीतियों एवं आत्मनिर्भर भारत के संदर्भ में अपनी बात रखी, राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति 2020 से होने वाले कैरियर पाठ्यक्रमों की जानकारी भी आपके माध्यम से दी गई द्वितीय मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. प्रवीण ओझा द्वारा महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई, उन्होंने कौशल विकास ई- स्किल इससे संबंधित प्रशिक्षण प्रक्रिया को बड़ी बारीकी से बताया, सबके लिए पढ़ाई और सबके लिए कमाई का फार्मूला बताते हुए उन्होंने रोजगार के अवसरों पर प्रकाश डाला जैसे कृषि से संबंधित रोजगार हेतु उन्नति रोजगार बाजार, कौशल विकास आत्म निर्भर मध्यप्रदेश एवं सुशासन पर लोक सेवा से संबंधित और भी महत्वपूर्ण बातों पर प्रकाश डाला।
एक दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन वेबीनार की आयोजक समाजशास्त्र विभाग विभागाध्यक्ष डॉ. प्रमिला वास्केल द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों एवं मुख्य वक्ताओं का स्वागत राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष एवं नैक को-ऑर्डिनेटर डॉ.ममता पांडे द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता एवं उपस्थित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों की रही। कार्यक्रम की अंतिम कड़ी के रूप में महाविद्यालय के प्रोफेसर गजेंद्र परते अर्थशास्त्र विषय के सहायक प्राध्यापक एवं आईक्यूएसी के समन्वयक द्वारा सभी प्रतिभागियों एवं मुख्य वक्ताओं का आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया गया।