वन भूमि पर तेजी से हो रहा अतिक्रमण, जिम्मेदारों ने मूंदी आंखे

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मानपुर-ताला सड़क मार्ग के किनारे कई एकड़

वनभूमि पर कब्जा

मानपुर/उमरिया। जिले के मानपुर-ताला सड़क मार्ग के किनारे पड़ी सैकड़ो एकड़ बेशकीमती वनभूमि पर धड़ल्ले से अतिक्रमण जारी है। सिगुड़ी मोड़ के आगे से लेकर ताला मोड़ और उसके आगे कुचवाही सड़क मार्ग के किनारे कई लोगो ने वनभूमियों पर अवैध कब्जा करते हुए अतिक्रमण कर लिया है। सूत्र के अनुसार वन अधिकारी और कर्मचारियों ने गांधी की ललक में अपने ईमान को भी गिरवी रखने से नहीं चूक रहे है और अतिक्रमण कारियों को खुली छूट दे रखी है, इस तरह के अतिक्रमण से वन क्षेत्र लगातार घट रहा है। मानपुर के पूरे वनक्षेत्र में खुलेआम अतिक्रमण होने से विभागीय जिम्मेदारों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जनचर्चा है कि वन भूमि से चार तगाड़ी रेत उठा लेने पर वाहन राजसात की कार्यवाही प्रस्तावित करने वालो ने रोहनिया पेट्रोल पंप से लेकर ताला मोड़ तक अतिक्रमण कराने की मानो पूरी जिम्मेदारी ले ली हो।
सचिव-अध्यक्ष करा रहे अतिक्रमण
मानपुर-ताला सड़क मार्ग के किनारे वनभूमि पर तेजी से हो रहे अतिक्रमण पर संबंधित बीटगार्ड विक्रम सिंह सिकरवार ने ग्राम पंचायत माला के सचिव, ग्राम रोजगार सहायक और वन समिति के अध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया है। बीटगार्ड ने वन परिक्षेत्र अधिकारी मानपुर को दिए गए आवेदन में बाकायदा इसका उल्लेख भी किया है। जनचर्चा है कि मानपुर के ज्वालामुखी रोड के आसपास, रोहनिया पेट्रोल पंप के आगे और ताला मोड़ तक अतिक्रमण कराने में जिम्मेदारों ने ग्रामीणों को पट्टे दिलाने का झांसा देकर उनका आर्थिक शोषण कर रहे हैं।
विभाग मौन क्यों
उक्त स्थानों की वनभूमि पर हो रहे अतिक्रमण और फर्जी तरीके से पीडीए पर ग्राम पंचायत के सचिव और ग्राम रोजगार सहायक ने कहा कि एसडीएम के मौखिक आदेश पर पीडीए किया जा रहा है लेकिन अगर अतिक्रमण है तो उस पर वन विभाग कार्यवाही क्यों नहीं करता है, जबकि विभागीय जिम्मेदार खुद को इतना सख्त बता रहे है कि वन विभाग में अतिक्रमण तो क्या चार तगाड़ी रेत भी उठा लिए तो मुकदमा और वाहन जप्ती निश्चित है, तो फिर उक्त अतिक्रमण पर अधिकारियों ने क्यों चुप्पी साध ली है।
वनाधिकार के लालच में बढ़ा अतिक्रमण
जनचर्चा है कि वनाधिकार दावे के लालच में लोग तेजी से अतिक्रमण कर रहे हैं, जबकि वनाधिकार के नियम कायदे अलग ही हैं, अगर जिम्मेदारों का रवैया ऐसा ही रहा तो धीरे धीरे पूरे वन क्षेत्र में लोग खेती किसानी करते हुए निवासरत हो जायेगे और वन्यजीव शहरों की ओर भागेंगे।
इनका कहना है
वन भूमि में अतिक्रमण बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा, अतिक्रमण पर जल्द ही बड़ी कार्यवाही की जाएगी।
श्रीमती श्रद्धा पेन्द्रे
एस.डी.ओ., मानपुर

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