उपयंत्री के फर्जी हस्ताक्षर से लाखों के भुगतान की तैयारी!

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कमिश्नर समेत भोपाल तक पहु़ंची शिकायत, जांच की मांग

(Shubham Tiwari+7879308359)
शहडोल। नगर पालिका शहडोल में स्थांनातरित उपयंत्री के फर्जी हस्ताक्षर से निर्मित सुविधाघरो के सत्यापन करने का मामला इस समय सुर्खियों में है। उपयंत्री का तबादला जयसिंहनगर नगर पंचायत में हो जाने से वह सत्यापन का कार्य अधूरा छोड़कर रिलीव हो गया था। अब उसके फर्जी हस्ताक्षर से सुविधा घरों का सत्यापन कर लेने की बात सामने आई है। जिससे अब कर्मचारियो में हड़कम्प मचा हुआ है। यह शिकायत खुद स्थानांतरित उपयंत्री विवेक श्रीवास्तव ने की है। साथ ही जांच की मांग की है।
यह है शिकायत
शिकायत में बताया गया है कि विवेक श्रीवास्तव शहडोल नगर पालिका में उपयंत्री के पद पर पदस्थ थे। उपयंत्री को स्वच्छ भारत मिशन के अतर्गत शौचालय निर्माण टू ़इन पिट 268 हितग्रहियों की सूची सौपी गई थी जिनका सत्यापन करना था। इसी दौरान उपयंत्री का जयसिंहनगर तबादला हो गया। जिसकी वजह से उपयंत्री बगैर अनुमोदन किए ही जयसिंहनगर में ज्वाइन कर लिया। जिसके कारण सत्यापन का कार्य नहीं हो सका था।
आधा दर्जन अधिकारियों के नाम शिकायत
अब उपयंत्री विवेक श्रीवास्तव जयसिंहनगर में रहते हुए मुख्य नगरपालिका अधिकारी, नपा अध्यक्ष, कलेक्टर, कमिश्नर एवं नगरीय प्रशासन भोपाल को शिकायत भेजी है। जिसमें कहा गया है कि प्रार्थी नगरपालिका शहडोल मेें उपयंत्री के पद पर कार्यरत था तथा स्वच्छ भारत मिशन अन्तर्गत टू-इन -पिट शौचालय निर्माण से संबंधित प्रभार प्रदाय किया गया था, प्रभार के दौरान मेरे द्वारा पूरी कर्तव्य परायणता के साथ अपने पदीय दयित्चों को निर्वाहन लगन पूर्वक किया जाता रहा, इस दौरान मुझे 268 हितग्रहियों की सूची उपलब्ध कराई गई थी, जिनका प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाना था।
स्थानांतरण का ले रहे नाजायज फायदा
इसी दौरान प्रार्थी का स्थानांतरण मध्यप्रदेश शासन भोपाल द्वारा 31 अगस्त को जयसिंहनगर के लिये कर दिया गया। जिसके परिपालन में वह 03 सितम्बर को भारमुक्त हो गया। इसी के साथ प्रार्थी 06 सितंबर को नवीन पदस्थापना कार्यालय में ज्वाइन कर लिया, जिसके कारण शौचालय की सूची का अनुमोदन नहीं किया। लेकिन अब फर्जी हस्ताक्षर से सत्यापन का कार्य पूरा करके लाखों की राशि का बंदरबाट करने की तैेयारी की जा रही है।
भुगतान के लिए भेजी फाइल
स्थांनातरण के पश्चात उक्त सूची में मेरा फर्जी हास्ताक्षर करके 268 हितग्राहियों की शौचालय निर्माण कार्य की फाइल भुगतान के लिये प्रस्तुत कर दी गई, जिसकी जांच कराई जाये, अगर मेरे फर्जी हस्ताक्षर से इसी प्रकार का भुगतान किया जाता है, तो हमारी कोई जवाबदारी नहीं रहेगी, साथ फर्जी हस्ताक्षरकर्ता के विरूद्ध कड़ी करवाई करने की मांग की है।
इनका कहना है
मेरे द्वारा कलेक्टर, कमिश्नर सहित नगरीय प्रशासन विभाग में शिकायत की गई है, किसी ने मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर दिये हैं।
विवेक श्रीवास्तव
तत्कालीन सब इंजीनियर
नगर पालिका, शहडोल

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