धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों के लिए कराये कराएं व्यवस्थाएं : कमिश्नर
धान का तेजी से परिवहन किया जाने के समीक्षा बैठक में दिये निर्देश
शहडोल। कमिश्नर नरेश पाल ने संभाग के सभी धान उपार्जन केन्द्र्रो में किसानों के लिए समुचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए है। बैठक में उन्होंने कहा है कि, संभाग के सभी धान उपार्जन केन्द्रो में किसानों के लिये पेयजल, शौचालय एवं छायादार स्थान की व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित कराएं। सभी उपार्जन केन्द्रो में समुचित बारदाने, तौल मशीनों की भी व्यवस्थाए होनी चाहिए।
अनूपपुर परिवहन की स्थिति ठीक नहीं
बैठक में जिलेवार धान उपार्जन की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देेश दिए कि उपार्जित धान के भण्डारण की व्यवस्था के लिये माकूल व्यवस्थाएं कराए। कमिश्नर ने उपार्जन केन्द्रो से धान परिवहन की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि धान उपार्जन केन्द्र से धान का परिवहन तेजी से कराना सुनिश्चित करे। उन्होंने अनूपपुर में परिवहन की स्थित ठीक नही होने पर इसमें तत्काल सुधार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
60 हजार किसानों का पंजीयन
धान की मिलिंग के लिये मिलर्स के रजिस्टे्रशन के कार्य को प्राथमिकता देने के निर्देश भी कमिश्नर ने दिए। बैठक में जिला खादय आपूर्ति अधिकारी कमलेश टाण्डेकर ने बताया कि संभाग में 121 धान उपार्जन केन्द्र बनाए गए है, संभाग में 60 हजार 364 किसानों ने धान उपार्जन के लिए पंजीयन कराया है, संभाग में अभी तक कुल 12 हजार 779 मैट्रिक टन धान की खरीदी की गई है।
चावल की गुणवक्ता हो बेहतर
श्री टाण्डेकर ने बताया कि धान के भण्डारण के लिये ब्यौहारी में 15 हजार मैट्रिक टन, अनूपपुर जिले में 20 हजार मैट्रिक टन के कैपों का निर्माण किया जा रहा है। इसी प्रकार उमरिया जिले में भी ओपन कैपो का निर्माण प्रस्तावित है तथा निर्देश दिए है कि मिलर्स को शासन की नीति के क्रम में धान भण्डारण हेतु दिया जाए व समय पर मिलिंग सुनिश्चित कर चावल प्राप्त किया जाये। चावल की गुणवत्ता बेहतर हो, सतत रूप से अमला चेक करें। बैठक मेें कमिश्नर ने धान मिलिंग की भी समीक्षा की, बैठक में क्षेत्रीय प्रबंधक नॉन रवि सिंह, जिला आपूर्ति अधिकारी उमरिया बालेन्द्र परिहार एवं सहकारिता विभाग के अधिकारी उपस्थित रहें।