सरकारी स्कूल ने उगला लाखों का अवैध कबाड़@एसडीएम ने खुलवाया ताला
शिव ने सरकारी स्कूल को बनाया था अपना ठीहा
शहडोल। जिले के अमलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत ईंटा भ_ा में रहने वाले राकेश नामक युवक की आज दोपहर करीब 2 बजे लाश मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने स्थानीय कबाड़ कारोबारी शिव की दुकान में आग लगा दी, उक्त कबाड़ी सरकारी स्कूल जहां छात्रों को बैठकर अध्ययन करना चाहिए, वहां अवैध कबाड़ रखा करता था। एसडीएम अरविंद शाह के निर्देश पर स्कूल का ताला खुलवाया गया, मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीवान भी मौजूद रहे।
शिव नामक कबाड़ी ने शासकीय प्राथमिक पाठशाला ईंटा भट्टा को अपने अवैध कबाड़ के ठीहे के रूप में इस्तेमाल करता था, उक्त ठीहे से स्कूटर, स्कूटी एवं अन्य वाहन के साथ ही लाखों का अवैध कबाड़ सरकारी स्कूल ने उगल दिया। घटना के संबंध में बताया गया कि स्थानीय लोगों ने कबाड़ का कारोबार करने वाले शिव नामक व्यक्ति के कबाड़ की दुकान पर आग लगा दी रास्ते में जा रहे एक वाहन को पकडक़र उसे आग लगा दी। स्थानीय लोगों का आरोप था कि राकेश 14 सितम्बर से लापता था, इसकी शिकायत स्थानीय थाने में दी गई थी, लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी कायम करने के बाद चिन्हित बदमाशों की कोई पतासाजी नहीं की, जिस कारण लोगों में आक्रोश उमड़ आया, स्थानीय लोगों का कहना था कि 14 सितम्बर की रात ईंटा भ_ा के समीप राकेश, युवराज साहू, सूरज चौधरी, हेमलाल चौधरी, मुरली चौधरी, कृष्णा यादव और गुलाब चौधरी के साथ चाय पीने गया था। देर रात सभी एक साथ थे और उसके बाद इन लोगों में कहा सुनी भी हुई, सभी मौके से वापस आ गए और ईंटा भ_ा में स्थित एक कबाड़ की दुकान जो गणेश पंडाल के सामने स्थित है, वहीं रुक गए थे। पीडि़त के परिजनों ने बताया कि चेतू और लकी तथा युवराज साहू ने उसे मारने की धमकी दी थी, इसके अलावा एक संदीप पाल नामक युवक का भी नाम सामने आया है, जिसका विवाद कुछ दिन पहले मृतक से हुआ था, उसने भी उसे जान से मारने की धमकी दी थी, लेकिन तमाम नाम पुलिस के सामने रखने के बाद भी पुलिस इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रही थी। 17 सितम्बर की दोपहर जब युवक की लाश मिली तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और लोगों ने वाहन में आग लगा दी और मुख्य मार्ग को जाम कर दिया । दोनों तरफ जाम की स्थिति बनी हुई है और शहडोल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीवान, एसडीओपी धनपुरी, बुढार, धनपुरी ,अमलाई के थाना प्रभारी, तहसीलदार भावना डेहरिया, नायब तहसीलदार और तमाम पदाधिकारी मौके पर पहुंच कर मामले को शांत कराने का प्रयास किया।