सिविल सर्जन के पक्ष में चिकित्सकों ने खोला मोर्चा कहा अनुचित है डॉक्टर बारिया को हटाना
(अनिल तिवारी)
शहडोल। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी के दौरे के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर राजेश पांडे के साथ सिविल सर्जन डॉक्टर विक्रम बारिया को हटाने के आदेश दिए गए थे,हालांकि लिखित तौर पर यह आदेश अभी तक विभाग को नहीं मिले हैं, लेकिन उनके द्वारा दिए गए बयान के बाद यह माना जा रहा है कि जल्द ही उन्हें हटाया जाएगा…. इधर शहडोल जिला चिकित्सालय में पदस्थ चिकित्सकों ने कलेक्टर से मिलकर उन्हें विक्रम बारिया को पद से हटाने को लेकर ज्ञापन सौंपा…. ज्ञापन में इस बात का उल्लेख किया है कि बच्चों की मौत के मामले में संभागायुक्त के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के भोपाल से आई टीम और खुद स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी के द्वारा यहां के दौरा करने के बाद यह पाया गया कि चिकित्सकों के द्वारा कोई भी लापरवाही नहीं की गई है,इसके बाद भी सिविल सर्जन को उसके पद से हटाने के आदेश देना न्याय संगत नहीं है।
उन्हें दिए ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया कि सिविल सर्जन को हटाने के आदेश के बाद हम सब अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, ज्ञापन में यह भी लिखा कि विक्रम बारिया प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं द्वारा समय-समय पर पुरस्कृत किया गया है और उनके कार्य और उत्कृष्ट व्यवहार को लेकर हमेशा सराहना की जाती रही है।
गौरतलब है कि पूर्व में पदस्थापना के दौरान खुद सिविल सर्जन डॉक्टर विक्रम बारिया इस पद के लिए तैयार नहीं थे, प्रशासनिक अधिकारियों और समाज के प्रबुद्ध लोगों द्वारा उन्हें सिविल सर्जन के पद पर बैठने के लिए मनाया गया था,लेकिन अब उन्हें इस तरह बिना किसी ठोस कारण के वह भी तब जब पूरे मामले में उन्हें दोषमुक्त कर दिया गया हो हटाया जाना अनुचित होगा।