बड़ी खबर : सबसे पहले @ स्वास्थ्य मंत्री ने अनूपपुर में दिए शहडोल सीएमएचओ सिविल सर्जन को हटाए जाने के निर्देश
(अजय जायसवाल)
शहडोल। प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने आज शहडोल सहित अनूपपुर का भी दौरा किया और स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया, हालांकि शहडोल में जिला चिकित्सालय और बच्चों की मौत के मामले में अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों से चर्चा में बैठकर के बाद उन्होंने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी, हालांकि इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह व प्रवक्ता श्री हुसैन और अन्य लोगों ने दोनों अधिकारियों को हटाने और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की थी, उस समय श्री चौधरी ने हटाने की बात तो की थी, लेकिन किसी प्रकार की कोई आदेश जारी नहीं किए थे।
अभी थोड़ी देर पहले कलेक्टर शहडोल डॉक्टर सत्येंद्र सिंह ने भी किसी भी प्रकार के आदेश स्वास्थ्य विभाग या श्री चौधरी द्वारा न दिए जाने की बात कही थी, अभी थोड़ी देर पहले अनूपपुर जिला चिकित्सालय का निरीक्षण करने के दौरान पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में श्री चौधरी ने कहा कि शहडोल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन को हटाने के निर्देश दे दिए हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि उनकी जगह किन की नियुक्ति के आदेश किए गए हैं,यह माना जा रहा है कि डॉ. परिहार को सिविल सर्जन की जिम्मेदारी दी जाएगी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर अन्य जिले से किसी वरिष्ठ अधिकारी को यहां भेजा जाएगा, यह बात भी सामने आई कि इस मामले में कांग्रेस से ज्यादा भारतीय जनता पार्टी के ही एक खेमे का दबाव यहां काम कर रहा था, जो मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व सिविल सर्जन दोनों में से किसी एक को हटाकर अपने पसंदीदा अधिकारी को यहां बैठाने के लिए जोर लगा रहे थे, संभवत स्वास्थ्य मंत्री के शहडोल से निकलने और अनूपपुर पहुंचने के बीच आपस में संगठन के पदाधिकारियों की चर्चा शहडोल से लेकर भोपाल तक हुई और इसी दौरान उन्होंने अपने बयान में दोनों अधिकारियों को हटाने की बात कही है तथा पूर्व में दी गई क्लीनचिट से उन्होंने किनारा कर लिया।