न तो सुविधाओं की और न ही डॉक्टरों की कमी है जिला अस्पताल में : कलेक्टर
(ajay jaiswal )
शहडोल। श्री कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय में शनिवार की शाम पत्रकारों के साथ हुई बातचीत में कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जिला चिकित्सालय में न तो सुविधाओं की कमी है और न ही डॉक्टरों की कमी है। सिविल सर्जन डॉ. जी. एस. परिहार की उपस्थिति में कलेक्टर ने बताया कि डेढ़ करोड़ रूपये अस्पताल के विकास में डीएमएफ फण्ड से हमने खर्च कर दिया है। इसके साथ ही 3 करोड़ 36 लाख के विकास कार्याे का प्रस्ताव शासन को भेजा है।
डेढ़ करोड़ में क्या किया गया
कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने बताया कि जिला चिकित्सालय में 78 लाख रूपये खर्च करके 5 वेंटीलेटर, 100 बेड एवं 20 थर्मल स्केनर की व्यवस्था की जा चुकी है। जबकि 25 लाख रूपये एसईसीएल से सहयोग लेकर 100 बेड एवंं 130 गद्दो का इंतजाम किया गया है। इसी तरह रेडक्रास से 14 लाख रूपये में 2 एम्बुलेंस क्रय की गई है। इसके अलावा 10 लाख 15 हजार रूपये की डायलेसिस मशीन एवं 1 लाख 12 हजार रूपये का 2 वार्मअप क्रय किया गया है।
प्रस्तावित विकास कार्य
कलेक्टर ने बताया कि जिला चिकित्सालय के विकास के लिए 3 करोड़ 36 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, जिसमें 50 लाख रूपये की लागत से 20 बेड का नया एसएनसीयू का निर्माण, 50 लाख रूपये की लागत से नया प्रशवोत्तर वार्ड (पीएनसी) का निर्माण, 2 करोड़ की लागत से अधोसंरचना का विकास एवं 1 करोड़ के उपकरण खरीदे जायेंगे।
अन्य जिलों से ज्यादा काम हो रहा
कलेक्टर ने पत्रकारों को बताया कि शहडोल संभाग ही नहीं, अपितु प्रदेश के अन्य जिलों से ज्यादा सुविधाएं और विकास का कार्य शहडोल जिला चिकित्सालय में हो रहा है। अस्पताल में न तो किसी तरह की सुविधाओं की कमी और न ही चिकित्सक की, सभी अपनी जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं। मीडिया से भी सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा है, क्योंकि नकारात्मक खबरों से प्रशासन का और चिकित्सकों का मनोबल कमजोर होता है।